सुबह की पूजा का समय : प्रात: 05:15 से 06:25 के बीच।
अमृत काल पूजा का समय : सुबह 08:48 से 10:32 के बीच।
दोपहर की पूजा का समय: दोपहर 12:10 से दोपहर 01:00 बजे के बीच।
शाम की पूजा का समय: शाम 06:45 से शाम 07:08 के बीच।
1. दूर्वा (एक प्रकार की घास) के गणेश बनाकर उनकी पूजा करें। मोदक, गुड़, फल, मावा-मिष्ठान आदि अर्पण करें। ऐसा करने से भगवान गणेश सभी मनोकामनाएं पूरी करते हैं।
2. गणेश चतुर्थी उत्सव के दौरान पर किसी गणेश मंदिर में जाएं और दर्शन करने के बाद अपनी इच्छा के अनुसार गरीबों को दान करें। कपड़े, भोजन, फल, अनाज आदि दान कर सकते हैं। दान के बाद दक्षिणा यानी कुछ रुपए भी दें। दान से पुण्य की प्राप्ति होती है और भगवान श्रीगणेश भी अपने भक्तों पर प्रसन्न होते हैं।