Guru Pushya Yoga 2021: मार्गशीर्ष मास के कृष्ण पक्ष की पंचमी के दिन बुधवार को पुष्य नक्षत्र है। पुष्य नक्षत्र पर गुरु, शनि और चंद्र का प्रभाव होता है तो ऐसे में स्वर्ण, लोह (वाहन आदि) और चांदी की वस्तुएं खरीदी जा सकती है। मान्यता अनुसार इस दौरान की गई खरीदारी अक्षय रहेगी। अक्षय अर्थात जिसका कभी क्षय नहीं होता है।
हितायत : बुधवार और शुक्रवार के दिन पड़ने वाले पुष्य नक्षत्र उत्पातकारी भी माने गए हैं। अत: इस दिन कोई भी शुभ या मंगल कार्य न करें और न ही कोई वस्तु या वाहन खरीदें। पुष्य नक्षत्र कल अर्थात 25 नवंबर शाम तक रहेगा अत: दूसरे दिन गुरु पुष्य रहेगा। परंतु यदि आप बुधवार के शुभ योग में कोई कार्य करना चाहते हैं तो किसी ज्योतिष की सलाह लेकर ही करें। शनि और गुरु पुष्य को सबसे शुभ माना गया है।
राहु काल : 24 नवंबर बुधवार को राहु काल का समय दोपहर 12:08 से दोपहर 01:27 तक रहेगा।
अमृत काल : दोपहर 01:49 से 03:36 तक रहेगा।
राहुकाल : राहुकाल 25 नवंबर दोपहर 01:27 से दोहपर 02:46:09 तक रहेगा।
नोट : स्थानीय पंचांग के अनुसार समय में थोड़ बहुत परिवर्तन रहता है।