होलिका दहन के ग्रह संयोग : इस दिन मकर राशि में त्रिग्रही योग रहेंगे। मकर में शनि, मंगल और शुक्र की युति रहेगी। कुंभ में बृहस्पति और बुध ग्रह रहेंगे। ज्योतिष के अनुसार इस दिन वृद्धि योग, अमृत सिद्धि योग, सर्वार्थ सिद्धि योग के साथ ही ध्रुव योग का निर्माण हो रहा है। वृद्धि योग में किए गए कार्यों से उस कार्य में वृद्धि ही होती रहती है। वहीं सर्वार्थ सिद्धि योग में किए गए कायों में पुण्य प्राप्ति के साथ ही वह कार्य सिद्ध होता है। ध्रुव योग से चंद्रमा और सभी राशियों पर अच्छा प्रभाव पड़ता है। इसके अलावा होली पर इस साल बुध-गुरु की युति से आदित्य योग का भी निर्माण हो रहा है।
होली धुलेंडी के ग्रह संयोग : गुरु और बुध कुंभ में, शनि, मंगल और शुक्र मकर में, सूर्य मीन में, चंद्र सिंह में, राहु वृषभ में और केतु वृश्चिक में। इस दिन मकर राशि में त्रिग्रही योग रहेंगे। मकर में शनि, मंगल और शुक्र की युति रहेगी। कुंभ में बृहस्पति और बुध ग्रह रहेंगे। सूर्य का मित्र राशि मीन होना भी शुभ स्थिति है।
शनि और शुक्र की युति का असर : शुक्र के आधिपत्य वाले नक्षत्र पूर्वाफाल्गुनी में होलिका दहन होगा। शुक्र ग्रह को सुख-समृद्धि, धन और ऐश्वर्य का कारक माना जाता है। फाल्गुन मास के स्वामी शनिदेव हैं। शुक्र व शनि के बीच मित्रता का भाव है। दोनों की इस समय मकर राशि में युति भी है। ऐसे में यह सभी के लिए शुभ प्रभाव देने वाली युति है।
बन रहे हैं 3 राजयोग : होलिका दहन वाले दिन गुरु और चंद्रमा की युति से गजकेसरी योग, लग्न, पंचम व नवम भाव में ग्रहों के योग से वरिष्ठ योग और 7 ग्रहों के 4 राशियों में होने से केदार योग बन रहे हैं। ज्योतिषाचार्यों अनुसार ऐसा दुर्लभ योग पहले कभी नहीं बना जो बहुत ही शुभ लाभदाई होगा। गुरुवार के दिन इस योग का बना बहुत ही शुभ है। इसके साथ ही सूर्य भी गुरु की राशि मीन में रहेंगे।
क्या होगा असर : गजकेसरी योग से धन समृद्धि में बढ़ोतरी होती है। वरिष्ठ होग से मान-सम्मान में बढ़ोतरी होगी और केदार योग से पारिवार में सुख-समृद्धि, तरक्की और वैभव की बढ़ोतरी होगी। ग्रहों की ऐसी शुभ स्थिति बीमारियों, दु:ख और कष्टों का नाश करेगी। देश के लिए यह योग फायदेमंद साबित होगा। देश में खुशहाली बढ़ेगी। व्यापार में भी उछाल रहेगा। नौकरी में लोगों की सैलरी में बढ़ोतरी होगी। मंदी खत्म हो जाएगी। विदेशी निवेश भी बढ़ने की संभावना है।