जुलाई माह में कैसी होगी तारों-सितारों की दुनिया, जानिए

14 जुलाई की शाम एक सीध में होगें गुरु, पृथ्वी और सूर्य 
 
जुलाई महीने में पानी बरसने के साथ ही आकाश में कई खगोलीय घटनाएं भी नजर आएंगी। जुलाई महीने में पानी बरसने के साथ ही आकाश में कई खगोलीय घटनाएं भी नजर आएंगी। 5 जुलाई को चंद्र ग्रहण हुआ, लेकिन यह देश में दिखाई नहीं दिया। 
 
  14 जुलाई को ग्रह गुरु, पृथ्वी और सूर्य एक सीध में होगें। 
 
 14 जुलाई की शाम को सौर परिवार का सबसे बड़ा ग्रह गुरु, पृथ्वी और सूर्य एक सीध में होंगे। इस शाम जब सूर्य पश्चिम में अस्त हो रहा होगा तब पूर्व में गुरु ग्रह (जुपिटर) उदित हो रहा होगा। 
 
गुरु ,पृथ्वी और सूर्य के एक सीध में आ जाना 'जुपिटर एट अपोजिशन' कहलाता है। इस पूरी रात आकाश में जुपिटर रहेगा। इस समय इसे देखा जाना सबसे अच्छा होगा क्योंकि यह हमसे करीब होगा। 
 
20 जुलाई को सबसे सुंदर ग्रह शनि (सेटर्न) पृथ्वी और सूर्य एक सीधी रेखा पर होगें। 
 
28 जुलाई को मौसम साफ रहने पर रात में तारों की बारिश दिख सकती है।
 
20 जुलाई अमावस्या की शाम को आकाश में चांद तो नहीं दिखेगा लेकिन सबसे सुंदर ग्रह शनि (सेटर्न) पृथ्वी और सूर्य एक सीधी रेखा पर होगें। इसे 'सेटर्न एट अपोजिशन' कहते हैं। पृथ्वी के पास होने से इसे टेलिस्कोप से देखने पर इसके रिंग और इसके कुछ चंद्रमा देखे जा सकते हैं।
 
22 जुलाई को सूर्यादय के ठीक पहले पूर्वी आकाश में बुध ग्रह (मरकरी)को आकाश में देखा जा सकेगा। इस दिन यह सूर्य से 20 डिग्री ऊपर उठा दिखेगा। इसे मरकरी एट ग्रेटेस्ट वेस्टर्न इलोंगेशन की घटना कहते हैं।
 
28 जुलाई की रात को आकाश में टूटते तारों की औसत बरसात देखी जा सकेगी। इसे डेल्टा एक्यूरिड मेटियोर शॉवर कहते हैं।

वेबदुनिया पर पढ़ें

सम्बंधित जानकारी