काल भैरव जयंती के 5 सरल उपाय देंगे हर कष्ट से मुक्ति
Kalashtami Vrat 2023: काल भैरव जयंती के दिन भोलेनाथ, शनिदेव और माता दुर्गा की उपासना का विशेष महत्व है। इस दिन नीचे दिए गए उपायों में से नियमित रूप से एक उपाय आजमाने से भगवान काल भैरव हर कष्ट और भय तथा संकट से मुक्ति पाएं।
आइए जानते हैं कैसे करें भगवान भैरव को प्रसन्न-
कालाष्टमी के उपाय-Kalashtami ke upay
1. कालाष्टमी पर दिन भैरव बाबा के मंदिर में जाकर शराब की बोतल चढ़ाएं तथा वह किसी सफाई कर्मचारी को भेंट दे दें, इससे आपके जीवन की सभी समस्याओं का
अंत होगा और आय प्राप्ति के साधनों में वृद्धि होगी।
2. कालाष्टमी के एक दिन पूर्व गौ मूत्र के समान रंगवाली शराब खरीदें और सोते समय उसे अपने तकिए के पास रखें। अगली सुबह यानी कालाष्टमी के दिन भगवान
काल भैरव के मंदिर जाकर शराब को कांसे के कटोरे में डालें और आग लगा दें, इससे जहां राहु का प्रभाव शांत होगा, वहीं सभी इच्छाएं भी पूर्ण होंगी।
3. इस दिन अपनी तर्जनी और मध्यमा अंगुली को तेल में डुबोकर एक रोटी पर लाइन खींचें और इस रोटी को किसी भी दो रंग के कुत्ते को खिलाएं। अगर कुत्ता यह
रोटी खा लेता है, तो मान लें कि कालभैरव आप पर प्रसन्न हो गए और उनका आशीर्वाद मिल गया हैं। यदि कुत्ता रोटी सूंघ कर आगे बढ़ जाए तो इसी तरह रोजाना
रोटी डालते रहे।
4. कड़वे सरसों के तेल में उड़द दाल के पकौड़े बना कर बिना किसी के टोके घर से बाहर निकल जाए तथा रास्ते में जो भी पहला कुत्ता दिखाई दें, उसे पकौड़े खाने को
दे दें। ध्यान रखें कि पकौड़े खिलाने के बाद कुत्ते को पलट कर ना देखें। इस उपाय को कालाष्टमी, भैरव जयंती या रविवार के दिन ही किया जाता है।
5. कालाष्टमी के दिन यदि आप कड़वे सरसों के तेल में पापड़, पकौड़े, पुए आदि तलकर उन्हें गरीबों में बांटते हैं तो भैरव जी प्रसन्न होकर भय से मुक्ति दिलाते हैं।