Kanya sankranti 2023 : सूर्य के कन्या राशि में गोचर को कन्या संक्रांति कहते हैं। इस दिन भगवान विश्वकर्मा का जन्मदिवस भी रहता है। सूर्य के बुध की राशि में जाने को बहुत ही महत्वपूर्ण माना जाता है। इस दिन 3 ऐसे महत्वपूर्ण कार्य किए जाते हैं जिसके चलते सभी तरह की समस्याओं का अंत हो जाता है। आओ जानते हैं कि इस दिन क्या करना चाहिए।
कन्या संक्रांति पर विश्वकर्मा पूजन भी किया जाता है जिस वजह से इस तिथि का महत्व अत्यधिक बढ़ जाता है। उड़ीसा और बंगाल जैसे क्षेत्रों में इस दिन पूरे विधि-विधान से पूजा की जाती है। उड़ीसा, आन्ध्र प्रदेश, केरल, कर्नाटक, गुजरात, तेलांगना, तमिलनाडु, पंजाब और महाराष्ट्र में कन्या संक्रांति के दिन को साल के प्रारंभ के तौर पर माना जाता है जबकि बंगाल और असम जैसे कुछ राज्यों में इस दिन को साल की समाप्ति के तौर पर जाना जाता है।