4.यदि रोग है तो सिरहाने रात को एक तांबे का सिक्का रख दें और सुबह उसे शमशान में फिकवा दें।
5.सुबह कुल्ला किए बिना किसी भी प्रकार अन्न-जल ग्रहण न करें।
6.सुबह उठकर और रात सोने से पहले पांच पत्ते तुलसी मिला गर्म पानी ही पीएं।
7.शुक्ल पक्ष के प्रथम मंगलवार को 400 ग्राम दूध से चावल धोकर बहती नदी में प्रवाहित कर दें। ऐसा सात मंगलवार करें।
9.एक पानीदार नारियल लेकर उसे अपने उपर से 21 बार वारकर उसे किसी देवस्थान पर होम कर दें।
10.दोरंगी काला और सफेद कंबल अपने उपर से वार कर किसी को दान कर दें।