सर्वप्रथम जनमानस को यह तथ्य जानना आवश्यक है कि संक्रान्ति की ही भांति शिवरात्रि भी प्रत्येक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को होती है जिसे मास शिवरात्रि कहा जाता है। जब यह फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को होती है तब इसे महाशिवरात्रि कहा जाता है। हिन्दू धर्मावलम्बियों के लिए महाशिवरात्रि एक बड़ा पर्व होता है।
इस संयोग के कारण इस वर्ष महाशिवरात्रि पर्व दो रात्रियों तक रहेगा। चूंकि अधिकांश व्रत एवं पर्वों में उदयकालीन तिथि को शास्त्रीय मान्यता प्राप्त होती है एवं पूजा-व्रत इत्यादि भी दिन में ही सम्पन्न किए जाते हैं इस तथ्य को दृष्टिगत रखते हुए महाशिवरात्रि का पर्व इस वर्ष 14 फरवरी 2018 को मनाया जाना ही शुभ और शास्त्रसम्मत है। इस दिन भगवान भोलेनाथ का जलाभिषेक, दुग्धाभिषेक, रसाभिषेक कर पूर्ण वैदिक रीति से पूजन-अर्चन करना श्रेयस्कर रहेगा।