सावधान... मंगल हुए वक्री, क्या होगी 12 राशियों की स्थिति

पं. अशोक पँवार 'मयंक'
मंगल जब उच्च का होकर वक्री होता है, तो जहां उच्च का फल देता आया है, अब वहां नीच का फल देने वाला हो जाएगा। 28 जून से मंगल वक्री हो गए हैं। आइए जानें 12 राशियों पर क्या होगा प्रभाव...
 
आइए जानते हैं किस राशि के लिए होगा शुभ, किसके लिए होगा अशुभ :- 
 
मेष : व्यापार में हानि, नौकरीपेशा को अनेक बाधाओं का सामना करना पड़ सकता है। स्वास्थ्य का ध्यान रखें। प्रभाव में कुछ कमी, शत्रुपक्ष से संभलकर चलें।
 
वृषभ : जीवनसाथी की चिंता रह सकती है। भाग्योन्नति में कुछ रुकावट, बाहरी मामलों मे सतर्कता रखनी होगी। यात्रा संभलकर करें। उधार लेने से बचना होगा।

 
मिथुन : वाहनादि सावधानी से चलाएं। स्वास्थ्य का ध्यान रखें। आग से बचकर चलें। आर्थिक मामलों मे संभलकर चलना होगा वहीं शत्रुपक्ष पर ध्यान देना होगा।
 
कर्क : दैनिक व्यवसायी अपने कार्य के प्रति सतर्क रहें। नौकरीपेशा कार्य पर ध्यान देकर चलें। प्रतियोगी परीक्षाओं में सतर्कता बरतें।
 
सिंह : शत्रु पक्ष पर प्रभाव में कुछ कमी आएगी। भाग्य में कुछ रुकावटों के बाद सफलता भी रहेगी। पारिवारिक मामलों में सावधानी रखना होगी।

 
कन्या : संतान पक्ष के कार्यों में खर्च होगा। प्रतियोगी परीक्षा दे रहे हैं तो वे सतर्कता बरतकर फैसला लें। स्वास्थ्य का ध्यान रखना होगा। पराक्रम में कुछ कमी रहेगी।
 

तुला : पारिवारिक मामलों में सावधानी रखकर चलें। वाद-विवाद से बचें, दांपत्य जीवन में सामंजस्य बनाएं। वाणी में संयम रखना होगा। बचत कम ही होगी।

 
वृश्चिक : पराक्रम में कमी महसूस करेंगे। साझेदारी के मामलों में सावधानी रखना होगी। स्वास्थ्य का ध्यान रखें, प्रभाव में कमी महसूस करेंगे। शत्रु पर प्रभाव बना रहेगा।
 
धनु : वाणी पर संयम बनाए रखना होगा। बाहरी मामलों में सावधानी रखें, हो सके तो यात्रा से बचें। विद्यार्थी अपने कार्य पर ही ध्यान रखें। स्वास्थ्य ठीक रहेगा।
 
मकर : स्वास्थ्य का ध्यान रखना होगा। प्रभाव में कुछ कमी महसूस करेंगे। आर्थिक मामलों में संभलकर कार्ययोजना बनाएं। पारिवारिक मामलों में खर्च अधिक रहेगा।

 
कुंभ : बाहरी मामलों में सावधानी बरतना होगी। साझेदारी मे जोखिम से बचें। नौकरीपेशा को अपने कार्य के प्रति सजग रहने की आवश्यकता है।
 
मीन : आर्थिक मामलों में बचकर चलें। कर्ज देने से बचें। भाग्य में कुछ कमी महसूस करेंगे। वाक् चातुर्य से लाभ की उम्मीद कर सकते हैं।
 
विशेष-
 
मंगल को बलवान व अनुकूल बनाने के लिए बजरंग बाण पढ़ें। लाल मुंह के बंदरों को गुड़-चना खिलाएं। मंगलवार का व्रत रखें। मंगल तभी हानिप्रद रहता है, जब उसकी जन्म के समय अशुभ स्थिति हो। मंगल की दशा या अंतरदशा चल रही हो, तब भी अधिक हानिप्रद रहता है।
 

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