अक्टूबर माह के प्रथम सप्ताह में विश्व में कठिनाइयों का दौर रहेगा। अशांति व पूरे विश्व में आंतरिक झगड़े रहेंगे। अमेरिका, स्विट्जरलैंड, भारत, अफगानिस्तान, ईरान, इराक, दक्षिण कोरिया, ऑस्ट्रेलिया, दक्षिण अफ्रीका, श्रीलंका की स्थिति बहुत गंभीर है और दुबई, अंडमान-निकोबार, भूटान, नेपाल व तुर्की की स्थिति अच्छी रहेगी। पाकिस्तान व उत्तर कोरिया की स्थिति बहुत गंभीर रहेगी एवं हालात को संभालना मुश्किल होगा।
विश्व में परेशानी तो बढ़ेगी, परंतु माह के अंतिम सप्ताह में मृत्यु दर में कमी आएगी व हर तरफ खुशी का माहौल बनने लगेगा। महिला वर्ग के लिए यह माह पहले से अच्छा रहेगा। विद्यार्थी वर्ग के लिए यह माह कठिनाई वाला रहेगा।
व्यापारी वर्ग के लिए यह माह अच्छा रहेगा, परंतु नौकरी वर्ग वालों के लिए यह माह कठिनाई वाला रहेगा। उच्च वर्ग के लिए यह माह ठीक-ठीक रहेगा। माह के मध्य में तकलीफ रहेगी। कृषक वर्ग के लिए यह माह मध्यम रहेगा। चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी के लिए यह माह सफलता वाला रहेगा, परंतु किसी भी वर्ग के मध्यम वर्ग के लिए यह माह पहले से अधिक परेशानी वाला रहेगा।
गेहूं, सोना, चांदी, तांबा, एल्युमीनियम व लोहे के भावों में वृद्धि होगी। चावल, साबूदाना, पीतल व चवले के भावों में कमी आएगी। शकर, गुड़ व मक्के के भाव में उतार-चढ़ाव रहेगा। भारत में राजनीति में परिवर्तन देखने को मिलेगा, साथ ही सरकार को कई प्रकार की परेशानियां आएंगी।
मध्यप्रदेश, उत्तरप्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा, बिहार व बंगाल में मौसम परिवर्तन वाला रहेगा व अन्य प्रदेशों में माह के अंतिम सप्ताह में परिवर्तन दिखाई देगा। कहीं-कहीं प्राकृतिक प्रकोप से जन-धन की हानि हो सकती है।