Palmistry Bhagya Rekha: अंगुष्ठयवैराढयाः सुतवन्तोगुंष्ठमूलगैश्च यवैः। दीर्घागंलिपवार्ण सुभगो दीर्घायुषश्चैव।। अर्थात धनी मनुष्यों के अंगूठे में यव का चिन्ह होता है। अंगूठे के मूल में यव का चिन्ह हो तो पुत्रवान होते हैं। यदि अंगुलियों के पर्व लम्बे हो तो भाग्यशाली व दीर्घायु होता है। आओ जानते हैं भाग्य रेखा के बारे में।