ऐसा नहीं है कि पंचक में आने वाले नक्षत्रों में सिर्फ अशुभ ही होता है। यदि पंचक में कुछ विशेष शुभ योगों का संयोग हो तो शुभ कार्य भी किए जाते हैं। पंचक में आने वाला उत्तराभाद्रपद नक्षत्र वार के साथ मिलकर सर्वार्थसिद्धि योग बनाता है, वहीं धनिष्ठा, शतभिषा, पूर्वा भाद्रपद व रेवती नक्षत्र यात्रा, व्यापार, मुंडन आदि शुभ कार्यों में श्रेष्ठ माने गए हैं।