* इस दिन सूर्य और चंद्रमा का अनोखा संगम होता है, ऐसा इसीलिए क्योंकि ये माह सूर्यदेव का है जबकि पूर्णिमा चंद्रमा की तिथि होती है। इसीलिए माना जाता है कि इस दिन सूर्य और चंद्रमा दोनों की पूजा करके मनोकामनाएं पूर्ण हो सकती हैं।
* पूर्णिमा के दिन भगवान सत्यनारायण की पूजा विशेष रूप से की जाती है।
* जो भक्त मोक्ष की कामना रखते हैं पौष मास की पूर्णिमा को बहुत शुभ मानते हैं।
* इसी दिन से माघ महीने और स्नान-दान की शुरुआत भी होती है।
* इस दिन स्नान के साथ ही दान करने का भी महत्व है।