धार्मिक शास्त्रों के अनुसार श्रावण मास की कृष्ण पक्ष की अमावस्या को ही हरियाली अमावस्या (hariyali amavasya 2022) या श्रावणी अमावस्या के नाम से जाना जाता है। इस अमावस्या पर वृक्षारोपण करना शुभ माना जाता है। इस दिन खास तौर पर भगवान विष्णु का प्रिय वृक्ष पीपल, बरगद, तुलसी, केला, नीबू आदि के वृक्ष लगाने से जहां जीवन में शुभता आती हैं, वहीं देवी-देवताओं का आशीर्वाद भी प्राप्त होता है।
भारतीय संस्कृति में वृक्षों/ पेड़ों को देवता के रूप में पूजने की परंपरा रही है। पेड़ों के सान्निध्य में रहने तथा वृक्षारोपण से जीवन में शुभ फल मिलता है। ज्योतिष/ वास्तु शास्त्र के अनुसार राशिनुसार पेड़ लगाना सकारात्मक फलदायक माना जाता है। प्रत्येक दिशा में एक प्रतिनिधि वृक्ष दिग्पाल के रूप में दिशाओं की रक्षा करता है। अत: सभी लोगों को घरों में पेड़ लगाने के बारे में यह शुभाशुभ जानकारी होना आवश्यक है। आठ दिशाओं के प्रतिनिधि वृक्ष भवन तथा भूमि पर लगाना मंगलकारी माने गए हैं।
ज्योतिष के तहत उत्तर में जामुन, उत्तर-पूर्व में हवन, उत्तर-पश्चिम में सादड़, पश्चिम में कदंब, दक्षिण-पश्चिम में चंदन, दक्षिण में आंवला, पूर्व में बांस तथा दक्षिण-पूर्व में गूलर ये अष्टदिग्पाल वृक्ष पाए जाते हैं। मान्यतानुसार प्रत्येक व्यक्ति की राशि का एक प्रतिनिधि वृक्ष होता है। इसीलिए आप भी इस हरियाली अमावस्या पर अपनी राशि के अनुसार वृक्ष और पेड़-पौधे लगाकर इसका लाभ प्राप्त कर सकते हैं।
हरियाली अमावस्या (hariyali amavasya) और राशिनुसार शुभ वृक्ष/ पौधा : astrology n plants