पुलवामा में हुए आतंकी हमले का बदला भारत मार्च के पहले सप्ताह में ले सकता है। इस संभावना का मुख्य कारण राहु का गोचरवश राशि परिवर्तन है। गौरतलब है कि ज्योतिष अनुसार कुछ ग्रहों का राशि परिवर्तन समूचे विश्व पर अपना व्यापक प्रभाव डालता है। राहु का राशि परिवर्तन उन्हीं में से एक है।
जब भी शनि, राहु अपनी राशि परिवर्तित करते हैं तो विश्व में इसके प्रभाव दृष्टिगोचर होते हैं। आने वाली 6 मार्च को राहु अपनी राशि परिवर्तन कर मिथुन राशि में प्रवेश करेंगे। राहु सदैव वक्री रहते हैं। भारत की राशि अनुसार राहु का यह राशि परिवर्तन रिपुभाव अर्थात् शत्रु स्थान में होने जा रहा है।
इस राशि परिवर्तन से भारत आगामी डेढ़ वर्ष तक शत्रुपीड़ा से प्रभावित रहेगा। भारत-पाक संबंधों में कटुता आएगी। आतंकवादी गतिविधियों में तेज़ आएगी।
शत्रुभाव में राहु का गोचर यद्यपि शत्रुबाधा देता है किन्तु उन बाधाओं से सफलतापूर्वक मुक्ति का भी स्पष्ट संकेत देता है। इसके चलते भारत फरवरी अंत या मार्च के पहले सप्ताह में पुलवामा में हुए आतंकी हमले का बदला ले सकता है।
भारत की कार्रवाई से शत्रुओं को भारी हानि होने के संकेत हैं। राहु के राशि परिवर्तन से आने वाले डेढ़ वर्ष भारत के लिए बेहद चुनौतीपूर्ण है। सत्ता में उलटफ़ेर होने की भी संभावनाएं हैं। भारत-पाक संबंधों के लिए राहु का राशि परिवर्तन एक अहम मोड़ साबित होगा। राहु की गोचरवश स्थिति से भारत अपने शत्रुओं पर प्रभावी कार्रवाई करने में सफल रहेगा।