शनि के बाद राहु ही ऐसा ग्रह है, जो सबसे ज्यादा समय तक किसी एक राशि पर रहता है। शनि के समान ही बलशाली होने परंतु अदृश्य होने के कारण इसे और भी भयानक माना जाता है।
राहु दैत्यों का सेनापति भी है और उसकी शक्ति भी इस ग्रह में है। यह एक ही ग्रह है, जो दो भागों में विभाजित है जिसे हम राहु व केतु के नाम से जानते हैं इससे इसकी शक्तियां भी दो गुना हो जाती हैं।
इसलिए यह जानना बहुत जरूरी हो जाता है कि यह ग्रह-स्थिति 12 राशियों को किस तरह प्रभावित करेगी।
आगे पढ़ें 12 राशियों पर क्या होगा प्रभाव...
मेष- मेष राशि के लिए यह पांचवां गोचर रहेगा, जो कि शुभ माना जाता है। यह आपको शिक्षा एवं संतान पक्ष से उन्नति दिलाएगा, परंतु कुछ चिंताएं भी दे सकता है।
वृषभ- वृषभ राशि के लिए यूं चौथा गोचर है, जो सबसे अधिक घातक होता है। माता-पिता, मकान, वाहन की चिंता बनी रहेगी। सुख में कमी आएगी।
मिथुन- मिथुन राशि से यह तीसरा गोचर रहेगा, जो कि आपको यश, कीर्ति, बल प्रदान करेगा। भाग्य में वृद्धि और उन्नति प्रदान करेगा।
कर्क- इस राशि से राहु का द्वितीय गोचर रहेगा, जो कि धन वृद्धि करेगा, परंतु केतु आपके स्वास्थ्य को अस्वस्थ कर सकता है, परंतु शत्रुओं पर विजयी बनाएगा।
सिंह- सिंह राशि पर राहु का प्रथम गोचर आपको कुशाग्र, मितभाषी, चालाक किंतु कभी-कभी आपको नीचा दिखाएगा। प्रेम संबंधों के लिए समय अच्छा रहेगा।
कन्या- इस राशि से यह गोचर बारहवां रहेगा, जो कई यात्राएं करवाएगा। शत्रुओं पर विजयी बनाएगा। चिंता, कष्ट व मनमुटाव करवाएगा।
तुला- इस राशि से राहु का ग्यारहवां गोचर है, जो अचानक स्थायी आय दिलवाएगा। यह अच्छा समय होगा। रुके हुए काम बन जाएंगे। केतु भी कुल की उन्नति दिलवाएगा।
वृश्चिक- इस राशि से दसवां राहु व्यापार-व्यवसाय में फेरबदल करवाएगा। कहीं दूर व्यापार-व्यवसाय के लिए जाना पड़ सकता है। आपके माता-पिता को भी कष्ट दे सकता है। आय में कमी होगी।
धनु- इस राशि से राहु का नौवां गोचर ध्यान, योग, धर्म और भाग्य की वृद्धि करवाएगा। यश, सम्मान, बल मिलेगा। शुभ समाचार प्राप्त होंगे।
मकर- इस राशि से राहु का आठवां गोचर स्वास्थ्य संबंधी चिंताएं देगा। दुर्घटना व अनावश्यक यात्राओं से बचें। खर्चे पर लगाम लगाएं।
कुंभ- इस राशि से राहु का सप्तम गोचर वैवाहिक साथी से प्रेम बढ़ेगा। पारिवारिक संबंधों में सुधार होगा। यश, सम्मान, बल मिलेगा।
मीन- इस राशि से छठा गोचर आपको शत्रुओं पर विजयी बनाएगा। आय में वृद्धि होगी। यात्राओं के काफी योग बनेंगे। व्यर्थ विवाद से बचें। समय संतान पक्ष से उन्नति दिलाएगा।