राहु अपने शत्रु सूर्य के सिंह राशि में पंचम स्थान में गोचर करेंगे, वहीं केतु 11वें भाव में रहेंगे। विद्याध्ययन क्षेत्र में कठिनाई, संतान पक्ष से संकट परंतु आय के क्षेत्र में विशेष सफलता व सामान्य से कही अधिक लाभ होगा।
खास तौर पर राहु से वृषभ, कन्या और मकर वालों पर और केतु से कर्क, वृश्चिक और मीन राशि वालों पर प्रभाव अधिक रहेगा। अनुकूलता के लिए 84 महादेव के अंतर्गत 10वें नंबर पर आने वाले स्वयंभू कर्कोटेश्वर महादेव का पूजन व अभिषेक करना लाभदायी रहेगा। यह मंदिर उज्जैन में हरसिद्धि मंदिर के समीप है।