जरुरी नहीं कि हर व्यक्ति को शनि की दशा में कष्ट और परेशानियों का सामना करना पड़े। जन्मपत्री में शनि की प्रतिकूल स्थितियां होने पर शनि महाराज अपनी दशा, अन्तर्दशा, महादशा, साढ़ेसाती और ढैय्या में सताते हैं। ये 10 संकेत बताते हैं कि आपकी कुंडली में शनि भारी है...
जूते-चप्पलों का चोरी होना।
घर की किसी दीवार का ढहना।
कानों में परेशानी होना, पैर की हड्डियों में तकलीफ भी शनि का प्रभाव माना जाता है।
अवैध प्रेम संबधों की ओर रुचि बढ़ना भी शनि के बुरे प्रभाव के लक्षण हैं।
घर में मौजूद किसी पालतू पशु की अचानक मृत्यु भी शनि के आगमन का संकेत है।