इस बार दिन बुधवार, 17 मई 2023 को ज्येष्ठ मास कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि पर प्रदोष व्रत (Pradosh Vrat 2023) रखा जा रहा है। मान्यता के अनुसार यह व्रत सभी प्रकार के मनोकामना पूर्ति करने वाला होता है। इस व्रत में भगवान शिव जी (Lord Shiva) की पूजा की जाती है। साथ ही बुधवार श्री गणेश का दिन होने से उनके पूजन का भी विशेष महत्व माना जाता है। अत: इस गणेश पूजन करना लाभदायी होता है।
हिन्दू धर्म में हर माह दो प्रदोष व्रत पड़ते हैं तथा यह दिन शिव जी से जुड़ा हुआ बताया गया है। अत: यह व्रत चंद्र दोष दूर करता है तथा सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं और हर कार्य में सफलता मिलती हैं। त्रयोदशी तिथि को ही प्रदोष कहते हैं। अलग-अलग दिन पड़ने वाले प्रदोष की महिमा भी अलग-अलग होती है। धार्मिक मान्यता के अनुसार बुधवार को आने वाले प्रदोष व्रत करने से ज्ञान एवं शिक्षा की प्राप्ति होती है। साथ ही जिस भी तरह की कामना से यह व्रत किया जाता है, वह मनोवांछित कामना अवश्य ही पूर्ण होती है।
9. चावल और काले तिल का दान।
10. गरीब, असहायों को भोजन करवाना।
अत: इस दिन शिव जी की चीजों का दान करने तथा श्री गणेश का पूजन और बुध ग्रह से संबंधित चीजें, जैसे- मूंग की छिल्के वाली दाल, हरी सब्जी आदि दान करने से फायदा मिलेगा।
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