अगस्त 2015 के शुभ-अशुभ योग, जानिए

अगस्त माह के कार्य-सिद्धि योग


 
कार्य-सिद्धि योग सकारात्मक ऊर्जा से सम्‍पन्न होते हैं। इसी कारण किसी भी नए कार्य को शुरू करने से पहले शुभ योग-संयोग को देख-परख लेना श्रेष्ठ होता हैं। अगर आपको किसी भी माह में नया कार्य आरंभ करना हो तो शुभ योग-संयोग देखकर किया जाए तो सफलता निश्चित रूप से मिलती है।
 
आपके लिए प्रस्तुत हैं अगस्त माह के शुभ-अशुभ योग। अगर शुभ योगों का सोच-विचार कर कार्य किया जाए तो निश्चित ही सफलता प्राप्त होती है। आइए जानें अगस्त माह के कार्य-सिद्धि योग :- 
 
अगस्त माह के कार्य-सिद्धि योग 

दिनांक  समय 
01 अगस्त  सूर्योदय से 07.42 तक
04 अगस्त सूर्योदय से रात्रि 10.39 तक
06 अगस्त  सूर्योदय से सायं 07.41 तक
10 अगस्त 
सूर्योदय से सायं 07.02 तक
13 अगस्त  सूर्योदय से रात्रि 11.14 तक
19 अगस्त  सूर्योदय से दिन 01.23 तक
28 अगस्त  सूर्योदय से सायं 06.08 तक

अमृत सिद्धियोग

08 अगस्त  सायं 06.26 से देर रात्रि 05.28 तक
10 अगस्त  सूर्योदय से सायं 07.02 तक
13 अगस्त  सूर्योदय से रात्रि 11.14 तक


सर्वदोषनाशक रवियोग

05 अगस्त  रात्रि 08.58 से 06 अगस्त सायं 07.41तक ।
17 अगस्त  प्रात: 07.03 से दिन 12.27तक ।
18 अगस्त  दिन 10.12 से 19 अगस्त दिन 01.23 तक ।
20 अगस्त  दिन 04.25 से 21 अगस्त सायं 07.05 तक ।
23 अगस्त  रात्रि 10.36 से 24 अगस्त रात्रि11.13 तक ।
27 अगस्त  रात्रि 08.20 से 28 अगस्त सायं 06.08 तक ।

 
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द्विपुष्कर (दोगुना फल) योग

01 अगस्त   01 अगस्त अपराह्न 01/09 से देर रात्रि 05/19 तक
त्रिपुष्कर (तीनगुना फल) योग

22 अगस्त  प्रात: 05.35 से दिन 12.26 तक
30 अगस्त  रात्रि 20.28 से देर रात्रि 05.38 तक

विघ्नकारक भद्रा

02 अगस्त 
रात्रि 08.21 से 03 अगस्त प्रात: 06.45 तक
05 अगस्त  रात्रि 10.28 से 06 अगस्त प्रात: 09.23 तक
08 अगस्त  देररात्रि 05.21 से 09 अगस्त सायं 05.00 तक
12 अगस्त  सायं 05.43 से 13 अगस्त प्रात: 06.17 तक
18 अगस्त  दिन 04.35 से 19 अगस्त प्रात: 05.55 तक
22 अगस्त  दिन 12.26 से रात्रि 12.57 तक
25 अगस्त  रात्रि 12.24 से 26 अगस्त दिन 11.42 तक
28 अगस्त  देररात्रि 03.37 से 29 अगस्त दिन 01.53 तक
31 अगस्त  देर रात्रि 03.08 से।
पंचक

01 अगस्त  सायं 06.31 से 05 अगस्त रात्रि 08.58 तक ।
28 अगस्त
 देर रात्रि 04.53 से।