इस बार पौष कृष्ण त्रयोदशी पर प्रदोष व्रत की पूजा शाम के समय प्रदोषकाल में की जाएगी। सूर्यास्त से लगभग 1 घंटा पहले का जो समय होता है, वह प्रदोषकाल कहलाता है। इस दिन यह व्रत करने से सुख-समृद्धि, सौभाग्य तथा ऐश्वर्य प्राप्ति का वरदान मिलता है।
यहां जानिए पूजन के शुभ मुहूर्त-Pradosh Vrat Puja Muhurat
31 दिसंबर, 2021, शुक्रवार। शुक्र प्रदोष व्रत
पौष, कृष्ण त्रयोदशी (Paush Krishna Trayodashi) तिथि का प्रारंभ, शुक्रवार, 31 दिसंबर 2021 को सुबह 10:39 मिनट से होगा तथा शनिवार, 1 जनवरी 2022 को सुबह 07:17 मिनट पर त्रयोदशी Trayodashi समाप्त होगी।
31 दिसंबर को शुक्रवार के दिन प्रदोष काल पूजन का समय शाम 05.35 से 08.19 मिनट तक रहेगा।