सिंधारा दूज करें ये 5 अचूक उपाय, तुरंत मिलेगी कर्ज से मुक्ति

WD Feature Desk

शुक्रवार, 25 जुलाई 2025 (15:44 IST)
Sindhara Dooj: सिंधारा दूज जो श्रावण माह में शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि को मनाई जाती है, यह एक शुभ तिथि मानी जाती है। यह पर्व हरियाली तीज से ठीक एक दिन पहले आता है और इसे सौभाग्य, प्रेम और समृद्धि का प्रतीक माना जाता है। इस दिन उपाय करते समय अपने ऋणमुक्ति का संकल्प मन में दोहराते रहें तथा संयमित जीवनशैली और धन का विवेकपूर्ण प्रयोग करें तथा सभी उपाय श्रद्धा और विश्वास से करें।ALSO READ: हरियाली तीज की पूजा के शुभ मुहूर्त, पूजन सामग्री और विधि
 
इस तरह आप इस दिन कुछ विशेष उपाय करके आप कर्ज से मुक्ति प्राप्त कर सकते हैं। नीचे 5 अचूक और सरल उपाय दिए गए हैं:
 
1. तुलसी में कच्चा दूध चढ़ाएं. 
उपाय: प्रातःकाल स्नान करके तुलसी के पौधे को प्रणाम करें और उसमें कच्चा गाय का दूध अर्पित करें।
- यह उपाय आर्थिक रुकावटों को दूर करता है और कर्ज चुकाने में सहायता करता है।
 
2. शिवलिंग पर जल व बेलपत्र अर्पित करें: 
उपाय: इस दिन शिव मंदिर जाकर शिवलिंग पर गंगाजल, दूध और बेलपत्र चढ़ाएं, साथ ही 'ॐ नमः शिवाय' मंत्र का 108 बार जप करें।
- शिव जी को ऋण मोचक भी कहा जाता है, यह उपाय कर्ज से मुक्ति दिलाने वाला माना गया है।
 
3. शाम को पीपल के पेड़ के नीचे दीपक जलाएं:
उपाय: संध्या के समय सरसों के तेल का दीपक पीपल के पेड़ के नीचे जलाएं और 7 परिक्रमा करें।
- यह उपाय ग्रह दोष और आर्थिक बाधाओं को दूर करता है।
 
4. लाल कपड़े में सिक्का बांधकर दान करें: 
उपाय: एक लाल कपड़े में चांदी या तांबे का सिक्का बांधकर किसी गरीब या ब्राह्मण को दान करें।
- यह कर्ज का भार हल्का करता है और धन प्रवाह बढ़ाता है।
 
5. माता पार्वती को 16 श्रृंगार के साथ गुड़ का दान:
उपाय: सिंधारा दूज के दिन माता पार्वती को 16 श्रृंगार का सामान जैसे- सिंदूर, बिंदी, चूड़ी, मेहंदी आदि अर्पित करें। इसके साथ ही, गुड़ का भोग लगाएं और पूजा के बाद इस गुड़ को किसी गरीब या जरूरतमंद सुहागिन महिला को दान कर दें।
- गुड़ को मंगल और सूर्य से संबंधित माना जाता है, जो कर्ज मुक्ति में सहायक होते हैं। माता पार्वती की कृपा से दांपत्य जीवन में सुख आता है और आर्थिक बाधाएं दूर होती हैं।
 
इन उपायों को सच्चे मन और श्रद्धा के साथ करने से आपको जल्द ही कर्ज से मुक्ति मिलेगी और जीवन में सुख-समृद्धि का आगमन होगा।

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