सिंह राशि राशिफल 2024 : आने वाला भविष्य कैसा रहेगा, जानिए भविष्यवाणी

शनिवार, 2 दिसंबर 2023 (11:36 IST)
Leo zodiac sign Singh Rashi bhavishyafal 2024 : यदि आपका जन्म 23 जुलाई से 22 अगस्त के बीच हुआ है तो सूर्य राशि के अनुसार आपकी राशि सिंह है। जानिए कि वर्ष 2024 में कैसा रहेगा आपका भविष्य। जानिए कि नए वर्ष 2024 में कैसी रहेगी आपकी नौकरी, व्यापार चलेगा या नहीं, प्यार का मीटर अप रहेगा या डाउन, जीवनसाथी के साथ बनेगी या नहीं। आर्थिक समस्या का हल होगा या नहीं और कैसी रहेगी वर्ष 2024 में आपकी सेहत।
 
करियर, शिक्षा, नौकरी और व्यापार : इस वर्ष शनि सप्तम भाव में, गुरु नवम और दशम भाव में भ्रमण करेंगे। दोनों का ही भ्रमण शुभ फलदायी है लेकिन राहु का भ्रमण अष्टम भाव में और केतु का दूसरे भाव में भ्रमण अशुभ है। कारोबार की दृष्टि से यह वर्ष उत्तम फलदायी है। आपकी योग्यता का सम्मान होगा और उसके आधार पर नौकरी में लाभ मिलेगा। आपकी नौकरी या व्यापार में अलग पहचान बनेगी। हालांकि इस वर्ष व्यवसाय व नौकरी में बड़े परिवर्तन हो सकते हैं। साझेदारी के व्यापार के सफल होने की गारंटी नहीं। शिक्षा और प्रतियोगी परीक्षा में अधिक परिश्रम की जरूरत रहेगी तभी वर्ष के अंत में सफल होंगे।
 
रिश्ते और परिवार : गुरु के नवम और फिर दशम भाव में गोचर के चलते घर परिवार में मांगलिक कार्य संपन्न होंगे। शनि और मंगल के कारण संतान पक्ष या उम्र से छोटे सदस्य की सेहत का ध्यान रखना होगा। पढ़ाई को लेकर भी चिंता रहेगी। प्रेम और रिश्तों को लेकर यह वर्ष सामान्य ही रहने वाला है।
आर्थिक स्थिति : यह वर्ष स्थाई सम्पत्ति के मामलों में भाग्यशाली सिद्ध हो सकता है। व्यापार को बढ़ाने के लिए आसान किस्तों पर ऋण प्राप्त हो सकता है, जिससे आपकी आय में सुनिश्चित वृद्धि होगी। नौकरीपेशा हैं तो आय के अन्य सोर्स बढ़ेंगे। कुल मिलकर आपकी आर्थिक स्थिति अच्छी रहेगी।
 
सेहत : राहु का भ्रमण अष्टम भाव में और केतु का भ्रमण दूसरे भाव के कारण सेहत संबंधी समस्या होगी। वाहन चलाते वक्त सावधानी रखना होगी। वर्ष की शुरुआत में मई से पहले अनियमित कार्यशैली के चलते उदर विकार, हृदय रोग, डायबिटीज जैसे रोग होने की संभावना है। वर्ष के मध्य कंधे, कमर में दर्द, चोट की सम्भावना है। राहु के कारण धन का नुकसान भी हो सकता है।
 
सिंह राशि के लिए ज्योतिष के उपाय :-
- गुरुवार के दिन पीली वस्तुओं का दान करें और प्रतिदिन केसर का या हल्दी का तिलक लगाएं।
- सोमवार और शनिवार को चीटियों को आटा, शक्कर मिलाकर खिलाएं।
- शनिवार को हनुमान जी के समक्ष चमेली के तेल का दीपक प्रज्वलित करें।

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