अमावस्या की तिथि:-
अमावस्या आरंभ: 31 जनवरी, सोमवार, दोपहर 2:20 मिनट से
अमावस्या समाप्त: 1 फरवरी, मंगलवार, प्रातः11:16 मिनट तक।
सोमवती अमावस्या के मुहूर्त :
- पंचांग गणना के अनुसार 31 जनवरी को दोपहर में 2 बजकर 19 मिनट तक चतुर्दशी तिथि है उसके बाद अमावस्या प्रारंभ होगी।
- सोमवती अमावस्या के दिन गंगा स्नान करें। श्राद्ध और पितृ तर्पण करें।
मौनी अमावस्या : 1 फरवरी को भी अमावस्या रहेगी, जिसे मौनी और माघी अमावस्या कहा गया है। इस दिन स्नान और दान का खासा महत्व है।
मुहूर्त : अभिजीत मुहूर्त- सुबह 11:50 से दोपहर 12:34 तक रहेगा।
-मौनी अमावस्या के दिन पीपल के वृक्ष का पूजन करें और उनकी 108 परिक्रमा करके पीले रंगा का धागा बांधें। गरीबों को अन्न, वस्त्र और धन का दान करें। इस दिन शनि मंत्र का पाठ करने से लाभ मिलेगा। माघी अमावस्या के दिन व्यक्ति को अपने सामर्थ्य के अनुसार दान तथा पुण्य अवश्य ही करने चाहिए।