पिछले कुछ दिनों से पूरे देश व प्रदेश में भीषण व तेज गर्मी के कारण लोगों का जीना मुहाल हुआ जा रहा है। चिलचिलाती धूप व तपिश के कारण लोग अपने घरों में कैद रहने को विवश हैं। इस मौसम को देखकर लोगों के मन में सहज ही प्रश्न उठ रहा है कि अभी इस प्रकार की तपिश और कितने दिनों तक रहने वाली है?
इस प्रश्न के उत्तर की तलाश में सामान्य जन मौसम के जानकारों व कई सोशल मीडिया एप की मदद लेकर यह जानने का प्रयास कर रहे हैं कि आखिर इतनी भयंकर गर्मी क्यों पड़ रही है व इस प्रकार की तपन कितने दिनों तक जारी रहेगी? ज्योतिष शास्त्र में भी मौसम को लेकर भविष्य संकेत दिए जाते हैं। ज्योतिष में सर्दी, गर्मी, वर्षा आदि सभी का पूर्वानुमान ग्रह-गोचर के आधार पर लगाया जाता है।
आइए जानते हैं कि वर्तमान समय में पड़ रही भीषण गर्मी के पीछे क्या ज्योतिषीय कारण हैं?
सूर्य को जहां नवग्रहों का राजा माना गया है वहीं सूर्य अग्नि का प्रतिनिधित्व भी करते हैं। सूर्य का रंग लाल है। सूर्य अत्यंत गर्म ग्रह है। गर्मी व तपन का सीधा संबंध सूर्य से होता है। सूर्य गोचर में जब बलवान स्थिति में होते हैं तब मौसम में गर्मी व तपन की अधिकता होती है।
वर्तमान ज्योतिषीय ग्रह-गोचर के अनुसार सूर्य मेष राशि में स्थित हैं। मेष राशि का स्वामी मंगल है, जो अग्नि तत्व का प्रतिनिधि ग्रह है। मेष राशि में सूर्य उच्च के होते हैं अर्थात सर्वाधिक बलवान स्थिति में। स्वाभाविक है कि जब सूर्य बलवान होंगे तो वे अत्यधिक तपिश प्रदान करेंगे। मेष राशि में सूर्य 15 मई तक रहेंगे अत: 15 मई तक इसी प्रकार भीषण गर्मी का वातावरण रहेगा।
25 मई से प्रारंभ होगा 'नौतपा'
25 मई को अपरान्ह 2 बजकर 7 मिनट से सूर्य रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश करेंगे। सूर्य के रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश करते ही 'नौतपा' प्रारंभ हो जाएगा। 'नौतपा' भीषण गर्मी के लिए सुविख्यात है। इस अवधि में अत्यधिक गर्मी पड़ेगी। सूर्यदेव खूब तपिश प्रदान करेंगे। 7 जून से सूर्य के मृगशिरा नक्षत्र में प्रवेश करने के साथ गर्मी में कमी आएगी।
अत: उपर्युक्त ज्योतिषीय ग्रह-गोचर गणनानुसार 7 जून तक जनसामान्य को भीषण गर्मी झेलनी पड़ेगी। इस अवधि के उपरांत ही लोगों को गर्मी से राहत प्राप्त होगी।