ज्योतिष शास्त्र की गोचर गणनानुसार 14 अप्रैल 2020 (मतांतर से 13 अप्रैलसे सूर्य अपनी उच्च राशि मेष राशि में प्रवेश करेंगे। मेष राशि में सूर्य उच्च के होंगे। सूर्य के उच्च राशिस्थ होने से भारत अंतरराष्ट्रीय जगत में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। अंतरराष्ट्रीय जगत में भारत का मान-सम्मान बढ़ेगा, वहीं वर्तमान में व्याप्त वैश्विक महामारी से निपटने में भी सूर्य का यह राशि परिवर्तन अत्यंत सहायक होगा।
सूर्य के मेष राशि में प्रवेश के साथ ही विगत 1 माह से चला आ रहा 'खरमास' समाप्त हो जाएगा एवं समस्त मांगलिक कार्य पुन: प्रारंभ हो जाएंगे। सूर्य का अपनी उच्च राशि मेष में प्रवेश समस्त 12 राशियों को भी प्रभावित करेगा।
आइए जानते हैं सूर्य के मेष राशि में प्रवेश का आपके जीवन पर क्या प्रभाव पड़ेगा?
1. मेष- मेष राशि वाले जातकों को सूर्य के गोचर अनुसार व्यापार व धन-संपत्ति में हानि का योग है। मित्रों व परिवारजनों से विवाद की आशंका है। सिर व आंखों में पीड़ा के कारण परेशानी रहेगी। सम्मान व प्रतिष्ठा में कमी होगी।
2. वृषभ- वृषभ राशि वाले जातकों को सूर्य के गोचर अनुसार स्थान परिवर्तन का योग बन रहा है। कार्यक्षेत्र में परेशानियां रहेंगी। गुप्त शत्रुओं के कारण हानि का योग है। प्रतिष्ठा धूमिल होने की संभावना है। सिरदर्द के कारण परेशानी होगी। व्यर्थ के वाद-विवाद से बचें।
3. मिथुन- मिथुन राशि वाले जातकों को सूर्य के गोचर अनुसार धन प्राप्ति का योग है। पदोन्नति के अवसर हैं। मान-सम्मान व प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। राजनीतिक क्षेत्र से जुड़े व्यक्तियों को विशेष लाभ की संभावना है। राज्याधिकारियों व सत्ता से लाभ होगा। उच्च पद की प्राप्ति होने की संभावना है।
4. कर्क- कर्क राशि वाले जातकों को सूर्य के गोचर अनुसार व्यापार में लाभ प्राप्त होगा। कार्यों में सफलता प्राप्त होगी। धनलाभ होगा। मान-प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। शासन से लाभ होगा। उच्च पद की प्राप्ति होगी। चिकित्सा व राजनीति से जुड़े व्यक्तियों को विशेष लाभ होगा। मन प्रसन्न रहेगा।
5. सिंह- सिंह राशि वाले जातकों को सूर्य के गोचर अनुसार धनहानि की आशंका है। झूठे आरोप के कारण प्रतिष्ठा धूमिल होगी। कार्यों में असफलता प्राप्त होगी। रोग के कारण कष्ट होगा। पारिवारिक विवाद के कारण अशांति का वातावरण रहेगा। मन में विषाद रहेगा।
6. कन्या- कन्या राशि वाले जातकों को सूर्य के गोचर अनुसार विवाद के कारण परेशानियों का सामना करना पड़ेगा। कोर्ट-कचहरी व मुकदमे में असफलता के योग हैं। धन का अपव्यय होगा। उच्च रक्तचाप के कारण कष्ट होगा। मान-प्रतिष्ठा में कमी आएगी।
7. तुला- तुला राशि वाले जातकों को सूर्य के गोचर अनुसार दांपत्य सुख में हानि होगी। कार्यों में असफलता प्राप्त होगी। धनहानि एवं मानहानि होगी। सिर में पीड़ा के साथ-साथ शारीरिक कष्ट की आशंकाएं हैं। मन क्षुब्ध व चिंतित रहेगा।
8. वृश्चिक- वृश्चिक राशि वाले जातकों को सूर्य के गोचर अनुसार अनुसार कार्यों में सफलता प्राप्त होगी। शत्रुओं पर विजय प्राप्त होगी। रोगों से मुक्ति मिलेगी। राज्य से लाभ प्राप्त होगा। प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। मन प्रफुल्लित रहेगा।
9. धनु- धनु राशि वाले जातकों को सूर्य के गोचर अनुसार अनुसार मानसिक पीड़ा होगी। राज्याधिकारियों से विवाद होगा। संतान को कष्ट की संभावना है। धनहानि होगी। यात्रा में दुर्घटना की संभावना है।
10. मकर- मकर राशि वाले जातकों को सूर्य के गोचर अनुसार अनुसार पारिवारिक विवाद के कारण कष्ट होगा। धनहानि व मानहानि होगी। यात्रा में कष्ट होगा। जमीन-जायदाद संबंधी मामलों में असफलता प्राप्त होगी। मानसिक अशांति के कारण कष्ट रहेगा।
11. कुंभ- कुंभ राशि वाले जातकों को सूर्य के गोचर अनुसार मित्रों से लाभ होगा। धनलाभ होगा। राज्याधिकारियों से अनुकूलता प्राप्त होगी। पदोन्नति की संभावना है। उच्च पद की प्राप्ति होगी। शत्रुओं पर विजय प्राप्त होगी। प्रत्येक कार्य में सफलता मिलेगी। मान-प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी।
12. मीन- मीन राशि वाले जातकों को सूर्य के गोचर अनुसार अनुसार स्थान परिवर्तन का योग बन रहा है। कार्यक्षेत्र में परेशानियां रहेंगी। गुप्त शत्रुओं के कारण हानि का योग है। राज्य से हानि होगी। शासकीय कार्यों में अवरोध आएगा। सिर व नेत्रों में पीड़ा होगी। मानसिक अवसाद रहेगा। पितृसुख में कमी आएगी।
सूर्य के अशुभ प्रभाव को कम करने हेतु उपयोगी उपाय-
-250 ग्राम गुड़ रविवार को बहते जल में प्रवाहित करें।
-प्रतिदिन कुमकुम मिश्रित जल से सूर्यदेव को अर्घ्य दें।
-प्रति रविवार 8 बादाम मंदिर में चढ़ाएं।
-प्रति रविवार सूर्यास्त से पूर्व बिना नमक वाला भोजन करें।
-सवत्सा लाल गाय का दान करें।
-लाल वस्त्र न पहनें।
(निवेदन : उपर्युक्त विश्लेषण ग्रह-गोचर की गणना पर आधारित है। जन्म पत्रिका में ग्रह स्थिति एवं दशाओं के कारण इसमें परिवर्तन संभव है।)