15 जून से सूर्य आ गए हैं मिथुन राशि में, जानिए किस राशि पर कैसा होगा असर
15 जून 2019, ज्येष्ठ शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि के दिन शाम 05:38 पर सूर्यदेव ने वृष से मिथुन राशि में प्रवेश कर लिया है। जिस दिन भी सूर्य एक राशि से दूसरी राशि में प्रवेश करते हैं, उस दिन को सूर्य संक्रांति के रूप में मनाया जाता है। उस दृष्टि से 15 जून 2019 को सूर्य की मिथुन संक्रांति थीं।
सूर्य मिथुन राशि में 17 जुलाई की सुबह 04 बजकर 34 मिनट तक रहेंगे। सूर्यदेव के इस राशि परिवर्तन से 12 राशियों पर अलग-अलग प्रभाव होगा। आइए जानें आपकी राशि के लिए सूर्य का यह परिवर्तन क्या लेकर आया है...
मेष राशि
सूर्यदेव का गोचर आपके तीसरे स्थान पर होगा। जन्मपत्रिका में तीसरा स्थान भाई-बहनों से संबंध रखता है। साथ ही यह स्थान आपकी अभिव्यक्ति से संबंध रखता है। 17 जुलाई तक सूर्यदेव के इस गोचर से भाई-बहनों के साथ आपके संबंध अच्छे बने रहेंगे। आप दूसरों के सामने अपनी बात को अच्छे से जाहिर कर पाएंगे, जिससे लोग आपकी बातों को जल्दी समझ पाएंगे। अतः 17 जुलाई तक रोज सुबह स्नान आदि के बाद सूर्यदेव को हाथ जोड़कर नमस्कार करें।
वृष राशि
सूर्यदेव का गोचर आपके दूसरे स्थान पर होगा। जन्मपत्रिका में दूसरा स्थान धन से संबंध रखता है। सूर्यदेव के इस गोचर से 17 जुलाई तक आपके धन के भंडार भरे रहेंगे। आपको अपार लक्ष्मी की प्राप्ति होगी और आप हर तरह से सम्पन्न होंगे। अतः 17 जुलाई तक मंदिर या किसी धर्मस्थल पर नारियल का दान करें। इससे आपको आर्थिक रूप से लाभ ही लाभ मिलेगा।
मिथुन राशि
सूर्यदेव का गोचर आपके पहले स्थान पर होगा। जन्मपत्रिका में पहला स्थान लग्न का, यानी आपका खुद का स्थान होता है। इस स्थान पर सूर्यदेव के गोचर से 17 जुलाई तक आपको कई तरह के फायदे देखने को मिलेंगे। इस दौरान आपको अपनी मेहनत का उचित फल मिलेगा। साथ ही आपके मान-सम्मान में बढ़ोतरी होगी। कोर्ट-कचहरी संबंधी कार्यों में सफलता मिलेगी। अतः 17 जुलाई तक सूर्यदेव की कृपा बनाए रखने के लिए आपको सूर्यदेव के मंत्र का जप करना चाहिए। मंत्र है-ॐ ह्रां ह्रीं हौं स: सूर्याय नम: ।
कर्क राशि
सूर्यदेव का गोचर आपके बारहवें स्थान पर होगा। जन्मपत्रिका में बारहवें स्थान का संबंध शैय्या सुख से है, परन्तु साथ ही इस स्थान का संबंध व्यय से भी है। अतः सूर्यदेव के इस गोचर से 17 जुलाई तक आपको शैय्या सुख का लाभ तो मिलेगा, लेकिन साथ ही आपके खर्चे भी बढ़ेंगे। इस दौरान आपका जरूरत से ज्यादा पैसा खर्च हो सकता है। बेहतर होगा कि अपनी जरूरत को ध्यान में रखकर ही पैसा खर्च करें। साथ ही 17 जुलाई तक सुबह के समय अपने घर के खिड़की, दरवाजे खुले रखें, ताकि आपके घर में सूर्य की उचित रोशनी आ सके।
सिंह राशि
सूर्यदेव का गोचर आपके ग्यारहवें स्थान पर होगा। जन्मपत्रिका में ग्यारहवें स्थान का संबंध आमदनी और कामना पूर्ति से है। सूर्यदेव के इस गोचर से 17 जुलाई तक आपकी आमदनी में कुछ उतार-चढ़ाव हो सकता है। इस दौरान आपकी कोई इच्छा पूरी होते-होते रह सकती है या आपको अपनी इच्छाएं पूरी करने के लिए बहुत अधिक मेहनत करनी पड़ सकती है। अतः 17 जुलाई तक रात को सोते समय अपने सिरहाने पर 5 बादाम रखकर सोएं और अगले दिन सुबह उठकर उन्हें किसी मन्दिर या धर्मस्थल पर दान कर दें।
कन्या राशि
सूर्यदेव का गोचर आपके दसवें स्थान पर होगा। जन्मपत्रिका में दसवें स्थान का संबंध राज्य और पिता से है। सूर्यदेव के इस गोचर से 17 जुलाई तक आपको अपने करियर में कई तरह के लाभ देखने को मिलेंगे। आपकी तरक्की सुनिश्चित होगी। साथ ही आपके पिता को भी अपने काम में लाभ मिलेगा। अतः 17 जुलाई तक घर से बाहर निकलते समय अपना सिर सफेद रंग के कपड़े से ढक कर रखें।
तुला राशि
सूर्यदेव का गोचर आपके नवें स्थान पर होगा। जन्मपत्रिका में नवें स्थान का संबंध भाग्य से होता है। सूर्यदेव के इस गोचर से 17 जुलाई तक आपको अपने भाग्य का साथ मिलने में थोड़ी परेशानी आ सकती है। आपके काम पूरे होने में थोड़ा समय लग सकता है। सफलता के लिए आपको अधिक मेहनत की आवश्यकता है। 17 जुलाई तक घर में पीतल के बर्तन उपयोग में लाएं और ध्यान रहे कि इस दौरान किसी को पीतल की कोई चीज़ दान में या गिफ्ट में न दें।
वृश्चिक राशि
सूर्यदेव का गोचर आपके आठवें स्थान पर होगा। जन्मपत्रिका में आठवें स्थान का संबंध हमारे स्वास्थ्य से है, हमारी आयु से है। सूर्यदेव के इस गोचर से 17 जुलाई तक आपका स्वास्थ्य अच्छा रहेगा। उचित खान-पान और एक्सरसाइज के जरिये आप शारीरिक और मानसिक रूप से फिट रहेंगे। लिहाजा 17 जुलाई तक काली गाय की सेवा करें। साथ ही 17 जुलाई तक आपको जब भी मौका मिले तो बड़े भाई का सहयोग करें।
धनु राशि
सूर्यदेव का गोचर आपके सातवें स्थान पर होगा। जन्मपत्रिका में सातवें स्थान का संबंध जीवनसाथी से है, आपके दाम्पत्य जीवन से है। सूर्यदेव के इस गोचर से 17 जुलाई तक आपका दाम्पत्य जीवन बड़ा ही खुशहाल रहेगा। जीवनसाथी के साथ आपके संबंधों में प्यार बना रहेगा। आपका जीवनसाथी आपकी हर बात को बिना कहे ही समझ जायेगा। लिहाजा 17 जुलाई तक अपने दाम्पत्य जीवन में शुभ स्थिति को बनाए रखने के लिये अपने भोजन में से एक हिस्सा निकालकर किसी जरूरतमंद को खिलाएं। इससे आपका दाम्पत्य जीवन खुशहाल बना रहेगा।
मकर राशि
सूर्यदेव का गोचर आपके छठे स्थान पर होगा। जन्मपत्रिका में छठे स्थान का संबंध मित्र और शत्रु से होता है। सूर्यदेव के इस गोचर से 17 जुलाई तक आपको दोस्तों का अधिक साथ नहीं मिल पाएगा। आपके कुछ दोस्त आपसे नाराज हो सकते हैं। साथ ही इस दौरान आपके शत्रुओं को आपके विरूद्ध षड्यंत्र रचने का मौका मिल सकता है। आपको सावधानी बरतने की जरूरत है। 17 जुलाई तक मंदिर में गेहूं और गुड़ का दान करें।
कुंभ राशि
सूर्यदेव का गोचर आपके पांचवें स्थान पर होगा। जन्मपत्रिका में पांचवे स्थान का संबंध मुख्य रूप से विद्या, गुरु, विवेक, संतान और रोमांस से होता है। 17 जुलाई तक सूर्यदेव के इस गोचर से आपको विद्या का लाभ मिलेगा। गुरु आपके हर कदम पर साथ खड़े होंगे। आपका विवेक बना रहेगा। आप हर काम को बड़ी ही समझदारी से पूरा करेंगे। इसके अलावा आपके जीवन में संतान का सुख बना रहेगा। रोमांस के मामले में भी आप आगे रहेंगे। 17 जुलाई तक छोटे बच्चों को कोई मीठी चीज़ बांटें।
मीन राशि
सूर्यदेव का गोचर आपके चौथे स्थान पर होगा। जन्मपत्रिका में चौथा स्थान भूमि, भवन और वाहन से संबंध रखता है। 17 जुलाई तक सूर्यदेव के इस गोचर से आपके जीवन में भूमि, भवन और वाहन का लाभ बना रहेगा। साथ ही आपको अपनी माता से पूरा सहयोग मिलेगा। अतः 17 जुलाई तक भूमि, भवन, वाहन और माता का सुख-सहयोग पाने के लिए किसी जरूरतमंद को भोजन खिलाएं।