karka sankranti 2025: इस बार कर्क संक्रांति 16 जुलाई 2025 बुधवार को रहेगी। सूर्य की संक्रांतियों में मकर संक्रांति के बाद कर्क संक्रांति का महत्व ज्यादा है। हिंदू पंचांग के अनुसार इसे छह महीने के उत्तरायण काल का अंत भी माना जाता है। साथ ही इस दिन से दक्षिणायन की शुरुआत होती है, जो मकर संक्रांति पर समाप्त होती है।
1. मेष राशि: आपकी कुंडली के पांचवें भाव के स्वामी सूर्य का चौथे भाव में गोचर होने जा रहा है। प्रॉपर्टी से लाभ होगा और नौकरीपेशा हैं तो सकारात्मक परिणाम देखने को मिलेंगे। शनि मीन में हरकर द्वादश भाव में है तो साढ़ेसाती का शुभ संयोग भी बना है क्योंकि गुरु की आपको पराक्रम भाव से सहायता मिल रही है। ऐसे में सभी क्षेत्रों में आपकी उन्नति होगी।
2. कन्या राशि: आपकी कुंडली में बारहवें भाव के स्वामी सूर्य का एकादश यानी लाभ भाव में गोचर होगा। ऐसे में दूर के स्थानों से लाभ होगा। यानी आपका संबंध विदेश से है तो सहायता मिल सकती है। आपके मान सम्मान में वृद्धि हो सकती है। नौकरीपेशा हैं तो पदोन्नति की संभावना रहेगी। कारोबारी हैं तो मुनाफा कमा सकते हैं।