यह सूर्य ग्रहण 26 दिसंबर को सुबह 8 बजकर 8 मिनट से प्रारंभ होकर 10 बजकर 58 मिनट तक रहेगा। हिन्दू पंचांग के अनुसार पौष माह की अमावस्या के दिन मूल नक्षत्र और धनु राशि में होने वाले इस सूर्य ग्रहण का सूतक काल 1 दिन पहले बुधवार रात 8 बजकर 5 मिनट पर प्रारंभ होगा।
ज्योतिषियों के अनुसार यह सूर्य ग्रहण खासकर मेष, वृश्चिक, मिथुन, तुला और मकर राशि पर गहरा असर डालेगा। मेष राशि पर इस ग्रहण का क्या असर होगा और उस असर से बचने के यहां प्रस्तुत हैं लाल किताब के 5 उपाय।
मेष पर प्रभाव : ज्योतिषियों के अनुसार इस ग्रहण से मेष राशियों के जातकों के सम्मान में कमी होगी या उनका अपमान होने की संभावना है, इसीलिए अपने कर्मों को शुद्ध रखें। ग्रहण के नियमों का पालन करें और भाई एवं अन्य लोगों से संयमपूर्वक व्यवहार करें।