शरीर के अंगों पर स्थित काले तिल के अलग-अलग स्थानों पर अलग-अलग परिणाम होते हैं। तिल काला व कत्थई रंग का होता है, काले तिल का गाल पर होना या ऊपरी अधर पर होना जहां सुंदरता में चार चांद लगा देता है, वहीं यही कामुकता का प्रतीक भी बन जाता है। ऊपरी अधर पर तिल उस जातक को कामुक के साथ सुंदर, आकर्षक बनाने वाला होता है, इसी प्रकार निचले होंठ पर तिल दरिद्रता का सूचक होता है।