Dev Diwali Kartik Purnima 2021 : कार्तिक मास में भगवान विष्णु की पूजा का खास महत्व है। इस माह में वे 4 माह की योग निद्रा से जागृत हो जाते हैं और तब देव उठनी एकादशी के बाद वैकुंठ चतुर्दशी एवं कार्तिक पूर्णिणा के दिन देव दिवाली मनाई जाती है। आओ जानते हैं भगवान विष्णु जी को प्रसन्न करने के सटीक उपाय।
1. दीपदान करें : कार्तिक पूर्णिमा के दिन दीपदान का खास महत्व है। भगवान विष्णुजी के निमित्त पवित्र नदी में दीपों को प्रवाहित करें। मान्यताओं के अनुसार देव दीपावली के दिन सभी देवता गंगा नदी के घाट पर आकर दीप जलाकर अपनी प्रसन्नता को दर्शाते हैं। इसीलिए दीपदान का बहुत ही महत्व है। कार्तिक माह में भगवान विष्णु या उनके अवतारों के समक्ष दीपदान करने से समस्त यज्ञों, तीर्थों और दानों का फल प्राप्त होता है।
2. सूर्य को अर्घ्य देना : देव उठनी एकादशी के दिन देवता जागृत होते हैं और कार्तिक पूर्णिमा के दिन वे यमुना तट पर स्नान कर दिवाली मानाते हैं। इस मास में श्री हरि विष्णु का जल में ही निवास रहता हैं। ऐसे में सूर्योदय से पूर्व ही पुण्य प्राप्ति के लिए स्नान करना चाहिए। खासकर पूर्णिमा के दिन स्नान करना अति उत्तम माना गया है। स्नान करने के बाद सूर्य को जल चढ़ाएं। सूर्य नारायण भी भगवान विष्णु का ही स्वरूप हैं। इस माह में सूर्योदय के समय सूर्य को अर्घ्य देने से सभी तरह के दोष दूर हो जाते हैं।
3. माता लक्ष्मी को भोग लगाएं : कार्तिक माह में विष्णुजी के साथ ही माता लक्ष्मी की पूजा जरूर करना चाहिए। माता लक्ष्मी को खीर पसंद है। इस माह में उन्हें प्रतिदिन खीर का भोग लगाने से धन की हानि नहीं होती है और धन समृद्धि बढ़ती हैं। इसी माह में दीपावली के दिन माता की विशेष पूजा होती है।
4. तुलसी पूजा : इस माह में तुलसी की पूजा, सेवन और सेवा करने का बहुत ही ज्यादा महत्व है। इस कार्तिक माह में तुलसी पूजा का महत्व कई गुना माना गया है। तुलसी की पूजा भगवान शालिग्राम के साथ ही करना चाहिए। इससे सभी तरह के रोग और शोक मिट जाते हैं और जीवन में सुख शांति बढ़ जाती है। कार्तिक माह में कार्तिक प्रबोधिनी एकादशी पर तुलसी विवाह भी होता है।
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5. पीला कपड़ा : यदि आप नौकरी या कारोबार में तरक्की चाहते हैं तो कार्तिक माह के किसी गुरुवार के दिन तुलसी के पौधे पर पीला रंग का कपड़ा बांध दें। इसे कारोबार में उन्नती और नौकरी में प्रमोशन मिलता है।
6. तुलसी के 11 पत्ते : कार्तिक माह में घर में तुलसी का पौधा लगाना चाहिए और भगवान विष्णु के चित्र या मूर्ति पर तुलसी के 11 पत्तों को बांध दें। ऐसा करने से घर में कभी भी धन- संपत्ति की कमी नहीं रहेगी।
7. आटे में तुलसी के पत्ते : तुलसी के 11 पत्ते लेकर उन्हें घर के आटे के बर्तन में डाल दें। इससे घर में शुभ परिवर्तन होंगे।
8. विष्णु सहस्रनाम का पाठ करें : एकादशी, अनंत चतुर्दशी, देवशयनी, देव उठनी, दिवाली, खरमास, पुरुषोत्तम मास, तीर्थ क्षेत्र, पर्व आदि विशेष अवसरों पर विष्णु सहस्रनाम का पाठ ( Vishnu Sahasranamam Path ) किया जाता है।
9. सत्यनारायण भगवान की कथा : एकादशी, अनंत चतुर्दशी, देवशयनी, देव उठनी, दिवाली, खरमास, पुरुषोत्तम मास, तीर्थ क्षेत्र, पर्व आदि विशेष अवसरों पर सत्यनारायण भगवान की कथा ( satyanarayan bhagwan ki katha ) का आयोजन किया जाता है।
10. शालिग्राम की पूजा : शालिग्राम का पंचामृत से स्नान करा चंदन लगाकर उसके ऊपर तुलसी का एक पत्ता रखा जाता है। कार्तिका मास में या पूर्णिमा के दिन शालिग्राम की पूजा सबसे ज्यादा फलदायी मानी गई है।