April 2023 Calendar: नए हफ्ते के शुभ एवं मंगलमयी मुहूर्त, जानिए यहां (10 से 16 अप्रैल तक)

इस बार अप्रैल माह का नया सप्ताह 10 तारीख शुरू हो रहा है, जो कि 16 अप्रैल 2023 को समाप्त होगा। साप्ताहिक मुहूर्तों (April Weekly Panchang 2023) की श्रृंखला में वेबदुनिया के प्रिय पाठकों के लिए यहां प्रस्तुत हैं अप्रैल माह के नए हफ्ते के शुभ मुहूर्त के बारे में जानकारी। इस हफ्ते होने वाले ग्रह गोचर, त्योहार तथा दिवस से संबंधित हर जानकारी जानिए यहां....
 
(साप्ताहिक मुहूर्त : 10 अप्रैल से 16 अप्रैल 2023 तक)
 
10 अप्रैल 2023, सोमवार के शुभ मुहूर्त
 
शुभ विक्रम संवत्-2080, शक संवत्-1945, हिजरी सन्-1444, ईस्वी सन्-2023
संवत्सर नाम-पिंगल
अयन-उत्तरायण
मास-वैशाख
पक्ष- कृष्ण
ऋतु-वसन्त
वार-सोमवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)-चतुर्थी
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-अनुराधा
योग (सूर्योदयकालीन)-व्यतिपात
करण (सूर्योदयकालीन)-बालव
लग्न (सूर्योदयकालीन)-मीन
शुभ समय- 6:00 से 7:30 तक, 9:00 से 10:30 तक, 3:31 से 6:41 तक
राहुकाल-प्रात: 7:30 से 9:00 बजे तक  
दिशा शूल-आग्नेय 
योगिनी वास-नैऋत्य 
गुरु तारा-अस्त
शुक्र तारा-उदित
चंद्र स्थिति-वृश्चिक
व्रत/मुहूर्त-सर्वार्थसिद्ध योग/मूल प्रारंभ
यात्रा शकुन- मीठा दूध पीकर यात्रा करें।
आज का मंत्र-ॐ सौं सोमाय नम:।
आज का उपाय-शिव मंदिर में दही चढ़ाएं।
वनस्पति तंत्र उपाय- पलाश के वृक्ष में जल चढ़ाएं।

11 अप्रैल 2023, मंगलवार के शुभ मुहूर्त
 
शुभ विक्रम संवत्-2080, शक संवत्-1945, हिजरी सन्-1444, ईस्वी सन्-2023
संवत्सर नाम-पिंगल
अयन-उत्तरायण
मास-वैशाख
पक्ष- कृष्ण
ऋतु-वसन्त
वार-मंगलवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)-पंचमी/षष्ठी (क्षय)
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-ज्येष्ठा
योग (सूर्योदयकालीन)-वरियान
करण (सूर्योदयकालीन)-तैतिल
लग्न (सूर्योदयकालीन)-मीन
शुभ समय-10:46 से 1:55, 3:30 5:05 तक
राहुकाल- दोप. 3:00 से 4:30 बजे तक
दिशा शूल-उत्तर 
योगिनी वास-दक्षिण
गुरु तारा-अस्त
शुक्र तारा-उदित
चंद्र स्थिति-धनु
व्रत/मुहूर्त-भद्र/श्री मलूकदास जी जयंती
यात्रा शकुन- दलिया का सेवन कर यात्रा पर निकलें।
आज का मंत्र-ॐ अं अंगारकाय नम:।
आज का उपाय-हनुमान मंदिर में सिन्दूर का चोला चढ़ाएं।
वनस्पति तंत्र उपाय- खैर के वृक्ष में जल चढ़ाएं।

12 अप्रैल 2023, बुधवार के शुभ मुहूर्त
 
शुभ विक्रम संवत्-2080, शक संवत्-1945, हिजरी सन्-1444, ईस्वी सन्-2023
संवत्सर नाम-पिंगल
अयन-उत्तरायण
मास-वैशाख
पक्ष- कृष्ण
ऋतु-वसन्त
वार-बुधवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)-सप्तमी
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-मूल
योग (सूर्योदयकालीन)-परिघ
करण (सूर्योदयकालीन)-विष्टि
लग्न (सूर्योदयकालीन)-मीन
शुभ समय- 6:00 से 9:11, 5:00 से 6:30 तक
राहुकाल- दोप. 12:00 से 1:30 बजे तक
दिशा शूल-ईशान
योगिनी वास-वायव्य
गुरु तारा-अस्त
शुक्र तारा-उदित
चंद्र स्थिति-धनु
व्रत/मुहूर्त-मूल समाप्त/रवियोग
यात्रा शकुन-हरे फ़ल खाकर अथवा दूध पीकर यात्रा पर निकलें।
आज का मंत्र-ॐ ब्रां ब्रीं ब्रौं स: बुधाय नम:।
आज का उपाय-किसी बटुक को धर्मशास्त्र भेंट करें।
वनस्पति तंत्र उपाय-अपामार्ग के वृक्ष में जल चढ़ाएं।

13 अप्रैल 2023, गुरुवार के शुभ मुहूर्त
 
शुभ विक्रम संवत्-2080, शक संवत्-1945, हिजरी सन्-1444, ईस्वी सन्-2023
संवत्सर नाम-पिंगल
अयन-उत्तरायण
मास-वैशाख
पक्ष- कृष्ण
ऋतु-वसन्त
वार-गुरुवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)-अष्टमी
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-पूर्वाषाढ़ा
योग (सूर्योदयकालीन)-शिव
करण (सूर्योदयकालीन)-बालव
लग्न (सूर्योदयकालीन)-मीन
शुभ समय- 6:00 से 7:30, 12:20 से 3:30, 5:00 से 6:30 तक
राहुकाल-दोप. 1:30 से 3:00 बजे तक
दिशा शूल-दक्षिण  
योगिनी वास-ईशान
गुरु तारा-अस्त
शुक्र तारा-उदित
चंद्र स्थिति-मकर
व्रत/मुहूर्त-व्यापार मुहूर्त/शीतला पूजा
यात्रा शकुन-बेसन से बनी मिठाई खाकर यात्रा पर निकलें।
आज का मंत्र-ॐ ग्रां ग्रीं ग्रौं स: गुरुवै नम:।
आज का उपाय-विष्णु मंदिर में केसर चढाएं।
वनस्पति तंत्र उपाय-पीपल के वृक्ष में जल चढ़ाएं।

14 अप्रैल 2023, शुक्रवार के शुभ मुहूर्त
 
शुभ विक्रम संवत्-2080, शक संवत्-1945, हिजरी सन्-1444, ईस्वी सन्-2023
संवत्सर नाम-पिंगल
अयन-उत्तरायण
मास-वैशाख
पक्ष-कृष्ण
ऋतु-वसन्त
वार-शुक्रवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)-नवमी
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-उत्तराषाढ़ा
योग (सूर्योदयकालीन)-सिद्ध
करण (सूर्योदयकालीन)-तैतिल
लग्न (सूर्योदयकालीन)-मीन
शुभ समय- 7:30 से 10:45, 12:20 से 2:00 तक
राहुकाल-प्रात: 10:30 से 12:00 बजे तक
दिशा शूल-वायव्य 
योगिनी वास-पूर्व
गुरु तारा-अस्त
शुक्र तारा-उदित
चंद्र स्थिति-मकर
व्रत/मुहूर्त-सर्वार्थसिद्धि योग
यात्रा शकुन-शुक्रवार को मीठा दही खाकर यात्रा पर निकलें।
आज का मंत्र-ॐ द्रां द्रीं द्रौं स: शुक्राय नम:।
आज का उपाय-लक्ष्मी मंदिर में खीर चढ़ाएं।
वनस्पति तंत्र उपाय-गूलर के वृक्ष में जल चढ़ाएं।

15 अप्रैल 2023, शनिवार के शुभ मुहूर्त
 
शुभ विक्रम संवत्-2080, शक संवत्-1945, हिजरी सन्-1444, ईस्वी सन्-2023
संवत्सर नाम-पिंगल
अयन-उत्तरायण
मास-वैशाख
पक्ष-कृष्ण
ऋतु-वसन्त
वार-शनिवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)-दशमी
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन-श्रवण
योग (सूर्योदयकालीन)-साध्य
करण (सूर्योदयकालीन)-वणिज
लग्न (सूर्योदयकालीन)-मेष
शुभ समय-प्रात: 7:35 से 9:11, 1:57 से 5:08 बजे तक
राहुकाल-प्रात: 9:00 से 10:30 तक
दिशा शूल-पूर्व
योगिनी वास-उत्तर
गुरु तारा-अस्त
शुक्र तारा-उदित
चंद्र स्थिति-कुम्भ
व्रत/मुहूर्त-सर्वार्थसिद्धि योग/पंचक प्रारंभ/खरमास समाप्त
यात्रा शकुन-शर्करा मिश्रित दही खाकर घर से निकलें।
आज का मंत्र-ॐ प्रां प्रीं प्रौं स: शनयै नम:।
आज का उपाय-शनि मंदिर में काले तिल चढाएं।
वनस्पति तंत्र उपाय-शमी के वृक्ष में जल चढ़ाएं।

16 अप्रैल 2023, रविवार के शुभ मुहूर्त
 
शुभ विक्रम संवत्-2080, शक संवत्-1945, हिजरी सन्-1444, ईस्वी सन्-2023
संवत्सर नाम-पिंगल
अयन-उत्तरायण
मास-वैशाख
पक्ष-कृष्ण 
ऋतु-वसन्त
वार-रविवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)-एकादशी
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-शतभिषा
योग (सूर्योदयकालीन)-शुक्ल
करण (सूर्योदयकालीन)-बव
लग्न (सूर्योदयकालीन)-मेष
शुभ समय-9:11 से 12:21, 1:56 से 3:32 
राहुकाल- सायं 4:30 से 6:00 बजे तक
दिशा शूल-पश्चिम 
योगिनी वास-आग्नेय 
गुरु तारा-अस्त
शुक्र तारा-उदित
चंद्र स्थिति-कुम्भ
व्रत/मुहूर्त-वरुथिनी एकादशी व्रत (सर्वे.)
यात्रा शकुन-इलायची खाकर यात्रा प्रारंभ करें।
आज का मंत्र-ॐ घृणि: सूर्याय नम:।
आज का उपाय-विष्णु मंदिर में स्वर्ण चढ़ाएं।
वनस्पति तंत्र उपाय-बेल के वृक्ष में जल चढ़ाएं।
 
(निवेदन-उपर्युक्त विवरण पंचांग आधारित है पंचांग भेद होने पर तिथि/मुहूर्त/समय में परिवर्तन होना संभव है।)
 
-ज्योतिर्विद् पं. हेमन्त रिछारिया
प्रारब्ध ज्योतिष परामर्श केन्द्र
सम्पर्क: [email protected]

Weekly Muhurat 2023

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