Shubh Muhurat In April 2024: नए सप्ताह के शुभ एवं मंगलकारी मुहूर्त, (22 से 28 अप्रैल तक)

पं. हेमन्त रिछारिया

रविवार, 21 अप्रैल 2024 (10:40 IST)
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Weekly Muhurat in Hindi: यहां वेबदुनिया अपने प्रिय पाठकों के लिए प्रस्तुत कर रहा हैं, 22 से 28 अप्रैल 2024 तक के साप्ताहिक शुभ मुहूर्त, इसमें आप जानेंगे आने वाले दिवस, व्रत-त्योहार, ग्रह गोचर के बारे में खास जानकारी एक साथ। जानें अप्रैल 2024 के सप्ताह के शुभ मुहूर्त से संबंधित विशेष सामग्री...
 
(साप्ताहिक मुहूर्त : 22 अप्रैल से 28 अप्रैल 2024 तक)
 
22 अप्रैल 2024, सोमवार के शुभ मुहूर्त
 
शुभ विक्रम संवत्-2081, शक संवत्-1946, ईस्वी सन्-2024
संवत्सर नाम-कालयुक्त
अयन-उत्तरायण
मास-चैत्र
पक्ष-शुक्ल
ऋतु-ग्रीष्म
वार-सोमवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)-चतुर्दशी
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-हस्त
योग (सूर्योदयकालीन)-हर्षण
करण (सूर्योदयकालीन)-गरज
लग्न (सूर्योदयकालीन)-मेष
शुभ समय- 6:00 से 7:30 तक, 9:00 से 10:30 तक, 3:31 से 6:41 तक
राहुकाल-प्रात: 7:30 से 9:00 बजे तक  
दिशा शूल-आग्नेय 
योगिनी वास-पश्चिम
गुरु तारा-उदित
शुक्र तारा-उदित
चंद्र स्थिति-कन्या
व्रत/मुहूर्त-भद्रा/रवियोग
यात्रा शकुन-मीठा दूध पीकर यात्रा करें।
आज का मंत्र-ॐ सौं सौमाय नम:।
आज का उपाय-शिव मंदिर में मीठा दही चढ़ाएं।
वनस्पति तंत्र उपाय-पलाश के वृक्ष में जल चढ़ाएं।

23 अप्रैल 2024, मंगलवार के शुभ मुहूर्त
 
शुभ विक्रम संवत्-2081, शक संवत्-1946, ईस्वी सन्-2024
संवत्सर नाम-कालयुक्त
अयन-उत्तरायण
मास-चैत्र
पक्ष-शुक्ल
ऋतु-ग्रीष्म
वार-मंगलवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)-पूर्णिमा
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-चित्रा
योग (सूर्योदयकालीन)-वज्र
करण (सूर्योदयकालीन)-विष्टि
लग्न (सूर्योदयकालीन)-मेष
शुभ समय-10:46 से 1:55, 3:30 5:05 तक
राहुकाल- दोप. 3:00 से 4:30 बजे तक
दिशा शूल-उत्तर 
योगिनी वास-वायव्य
गुरु तारा-उदित  
शुक्र तारा-उदित
चंद्र स्थिति-तुला
व्रत/मुहूर्त-व्रत पूर्णिमा/हनुमान जयंती/वैशाख स्नान यम नियम प्रारंभ/द्विरागमन मुहूर्त
यात्रा शकुन-दलिया का सेवन कर यात्रा पर निकलें।
आज का मंत्र-ॐ अं अंगारकाय नम:।
आज का उपाय-हनुमान मंदिर सिन्दूर का चोला चढ़ाकर बूंदी का भोग अर्पण करें।
वनस्पति तंत्र उपाय- खैर के वृक्ष में जल चढ़ाएं।

24 अप्रैल 2024, बुधवार के शुभ मुहूर्त
 
शुभ विक्रम संवत्-2081, शक संवत्-1946, ईस्वी सन्-2024
संवत्सर नाम-कालयुक्त
अयन-उत्तरायण
मास-वैशाख
पक्ष-कृष्ण
ऋतु-ग्रीष्म
वार-बुधवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)-प्रतिपदा
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-स्वाति
योग (सूर्योदयकालीन)-सिद्ध
करण (सूर्योदयकालीन)-बालव
लग्न (सूर्योदयकालीन)-मेष
शुभ समय- 6:00 से 9:11, 5:00 से 6:30 तक
राहुकाल- दोप. 12:00 से 1:30 बजे तक
दिशा शूल-ईशान
योगिनी वास-पूर्व
गुरु तारा-उदित
शुक्र तारा-उदित
चंद्र स्थिति-तुला
व्रत/मुहूर्त-देवदर्शन
यात्रा शकुन-हरे फ़ल खाकर अथवा दूध पीकर यात्रा पर निकलें।
आज का मंत्र-ॐ ब्रां ब्रीं ब्रौं स: बुधाय नम:।
आज का उपाय-किसी बटुक को हरे फल भेंट करें।
वनस्पति तंत्र उपाय-अपामार्ग के वृक्ष में जल चढ़ाएं।


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25 अप्रैल 2024, गुरुवार के शुभ मुहूर्त
 
शुभ विक्रम संवत्-2081, शक संवत्-1946, ईस्वी सन्-2024
संवत्सर नाम-कालयुक्त
अयन-उत्तरायण
मास-वैशाख
पक्ष-कृष्ण
ऋतु-ग्रीष्म
वार-गुरुवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)-द्वितीया
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-विशाखा
योग (सूर्योदयकालीन)-व्यतिपात
करण (सूर्योदयकालीन)-कौलव
लग्न (सूर्योदयकालीन)-मेष
शुभ समय- 6:00 से 7:30, 12:20 से 3:30, 5:00 से 6:30 तक
राहुकाल-दोप. 1:30 से 3:00 बजे तक
दिशा शूल-आग्नेय  
योगिनी वास-उत्तर
गुरु तारा-उदित
शुक्र तारा-उदित
चंद्र स्थिति-तुला
व्रत/मुहूर्त-सर्वार्थसिद्धि योग/द्विरागमन मुहूर्त
यात्रा शकुन-बेसन से बनी मिठाई खाकर यात्रा पर निकलें।
आज का मंत्र-ॐ ग्रां ग्रीं ग्रौं स: गुरुवै नम:।
आज का उपाय-किसी विप्र को पीले फल भेंट करें।
वनस्पति तंत्र उपाय-पीपल के वृक्ष में जल चढ़ाएं।

26 अप्रैल 2024, शुक्रवार के शुभ मुहूर्त
 
शुभ विक्रम संवत्-2081, शक संवत्-1946, ईस्वी सन्-2024
संवत्सर नाम-कालयुक्त
अयन-उत्तरायण
मास-वैशाख
पक्ष-कृष्ण
ऋतु-ग्रीष्म
वार-शुक्रवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)-द्वितीया
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-अनुराधा
योग (सूर्योदयकालीन)-वरियान
करण (सूर्योदयकालीन)-गरज
लग्न (सूर्योदयकालीन)-मेष
शुभ समय- 7:30 से 10:45, 12:20 से 2:00 तक
राहुकाल-प्रात: 10:30 से 12:00 बजे तक
दिशा शूल-वायव्य 
योगिनी वास-उत्तर
गुरु तारा-उदित
शुक्र तारा-उदित
चंद्र स्थिति-वृश्चिक
व्रत/मुहूर्त-सर्वार्थसिद्धि योग/मूल प्रारंभ
यात्रा शकुन-शुक्रवार को मीठा दही खाकर यात्रा पर निकलें।
आज का मंत्र-ॐ द्रां द्रीं द्रौं स: शुक्राय नम:।
आज का उपाय-बहते जल में 250 ग्राम बताशे प्रवाहित करें।
वनस्पति तंत्र उपाय-गूलर के वृक्ष में जल चढ़ाएं।

27 अप्रैल 2024, शनिवार के शुभ मुहूर्त
 
शुभ विक्रम संवत्-2081, शक संवत्-1946, ईस्वी सन्-2024
संवत्सर नाम-कालयुक्त
अयन-उत्तरायण
मास-वैशाख
पक्ष-कृष्ण
ऋतु-ग्रीष्म
वार-शनिवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)-तृतीया
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-ज्येष्ठा
योग (सूर्योदयकालीन)-परिघ
करण (सूर्योदयकालीन)-विष्टि
लग्न (सूर्योदयकालीन)-मेष
शुभ समय- 7:30 से 10:45, 12:20 से 2:00
राहुकाल-प्रात: 10:30 से 12:00 बजे तक
दिशा शूल-वायव्य 
योगिनी वास-आग्नेय 
गुरु तारा-उदित
शुक्र तारा-उदित
चंद्र स्थिति-धनु
व्रत/मुहूर्त-वैशाखी गणेश चतुर्थी व्रत (चंद्रोदय रात्रि 09.40 मि.)
यात्रा शकुन-शर्करा मिश्रित दही खाकर घर से निकलें।
आज का मंत्र-ॐ प्रां प्रीं प्रौं स: शनयै नम:।
आज का उपाय-गणेश मंदिरमें काले तिल के लड्डू चढ़ाएं।
वनस्पति तंत्र उपाय-शमी के वृक्ष में जल चढ़ाएं।

28 अप्रैल 2024, रविवार के शुभ मुहूर्त
 
शुभ विक्रम संवत्-2081, शक संवत्-1946, ईस्वी सन्-2024
संवत्सर नाम-कालयुक्त
अयन-उत्तरायण
मास-वैशाख
पक्ष-कृष्ण
ऋतु-ग्रीष्म
वार-रविवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)-चतुर्थी
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-मूल
योग (सूर्योदयकालीन)-शिव
करण (सूर्योदयकालीन)-बालव
लग्न (सूर्योदयकालीन)-मेष
शुभ समय-9:11 से 12:21, 1:56 से 3:32 
राहुकाल- सायं 4:30 से 6:00 बजे तक
दिशा शूल-पश्चिम 
योगिनी वास-नैऋत्य
गुरु तारा-उदित
शुक्र तारा-अस्त
चंद्र स्थिति-धनु
व्रत/मुहूर्त-मूल समाप्त/सर्वार्थसिद्धि योग/शुक्रास्त पूर्वे
यात्रा शकुन-इलायची खाकर यात्रा प्रारंभ करें।
आज का मंत्र-ॐ घृणि: सूर्याय नम:।
आज का उपाय-विष्णु मंदिर में केसर चढ़ाएं। 
वनस्पति तंत्र उपाय-बेल के वृक्ष में जल चढ़ाएं।
 
(निवेदन-उपर्युक्त विवरण पंचांग आधारित है पंचांग भेद होने पर तिथि/मुहूर्त/समय में परिवर्तन होना संभव है।)
 
-ज्योतिर्विद् पं. हेमन्त रिछारिया
प्रारब्ध ज्योतिष परामर्श केन्द्र
सम्पर्क: [email protected]
 
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