वर्तमान में गांधीवादी अन्ना की कुंडली में सूर्य बहुत मजबूत है। युवा वर्ग भी उनके समर्थन में पूर्ण रूप से रहेगा। लेकिन सरकार की ओर से इस समर्थन का विरोध होगा जिसके कारण उन पर आपत्ति आएगी। साथ ही शांति भंग होने का डर भी रहेगा।
कुंडली में स्थित चंद्र की स्थिति से भी अन्ना को भारी बहुमत में समर्थन मिलेगा। सरकार को उनके आगे घुटने टेकने पड़ेंगे। अन्ना के सितारे बुंलदी पर होने के कारण बाहरी (अन्य पार्टियों से तथा अंदरूनी) समर्थन भी मिलेगा। इस वजह यह आंदोलन सप्ताह भर तक जमे रहने की उम्मीद है और इसी बीच कोई दूसरा रास्ता भी निकलने की संभावना है।
अन्ना की पत्रिका में राहु अच्छी जगह बैठा होने के कारण उनका स्वास्थ्य अच्छा रहेगा और अनशन में कोई परेशानी नहीं होगी। किरण बेदी के साथ हो जाने के कारण अन्ना को और भी ज्यादा समर्थन की उम्मीद बढ़ जाती है। परंतु कुछ अधिकारियों के विरोध में आने की संभावना है।
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इस दौरान सरकार की तरफ से विरोध होने के कारण अन्ना को मानसिक कष्ट से गुजरना पड़ सकता है।
यदि पांच दिन में यह आंदोलन समाप्त होता है तो अधिकतर निर्णय अन्ना (लोकपाल बिल) के पक्ष में जाएंगे, क्योंकि आगामी पांच दिनों तक अन्ना के ग्रह जोरों पर रहेंगे। इस वजह से आम जनता का पूरा समर्थन मिलने से अण्णा के आंदोलन में भाग्य की पूर्ण मजबूती दिखाई दे रही है। यह एक ऐतिहासिक आंदोलन बनकर देश के लिए कोई नया रंग लाएगा।
लोकपाल बिल देश की व्यवस्था को चुस्त-दुरुस्त करने वाली प्रणाली है इसमें नेताओं और अधिकारियों की भ्रष्टाचार पर लगाम लगेगी। इसके साथ ही भारत को एक नया उजला सबेरा मिलेगा। इससे भारत को भ्रष्टाचार से मुक्ति मिलने की गहरी उम्मीद है।