बुध का कर्क राशि में गोचर, 3 राशियों के लिए शुभ और 3 के लिए अशुभ

WD Feature Desk

गुरुवार, 19 जून 2025 (11:48 IST)
budh ka kark rashi me prabhav: 22 जून 2025 को रात 9 बजकर 17 मिनट पर बुध का मिथुन राशि से निकलकर कर्क राशि में गोचर होने वाला है। बुध ग्रह को बुद्धि, वाणी, संचार, शिक्षा और व्यापार आदि का मुख्य कारक ग्रह माना है। ऐसे में बुध के चंद्र की राशि कर्क में गोचर को वैसे तो शुभ नहीं माना जा सकता है लेकिन इस गोचर का प्रभाव आपकी कुंडली में चंद्रमा की स्थिति पर भी निर्भर करेगा कि ये सामय आपके लिए कितना शुभ और चुनौतीपूर्ण रहेगा।ALSO READ: शनि और मंगल का षडाष्टक योग, 2 देशों के बीच युद्ध को भड़काएगा
 
तीन राशियों के लिए कर्क का बुध शुभ:
1. मिथुन राशि: आपकी कुंडली के चौथे भाव के स्वामी बुध का दूसरे भाव में गोचर होगा। यह गोचर धन के लिए लाभकारी माना जा सकता है। आर्थिक स्थिति मजबूत होगी। घर और परिवार से संबंधित क्षेत्रों में शांति और सफलता के योग हैं। लग्जरी आइटम खरीद सकते हो। वाणी में सुधार होगा। मान सम्मान में बढ़ोतरी होगी। खाने का मजा ले पाएंगे।
 
2. कन्या राशि: आपकी कुंडली के दसवें भाव भाव और लग्न भाव के स्वामी बुध का ग्यारहवें भाव में गोचर बहुत लाभकारी माना जा रहा है। इस गोचर के चलते आपकी इनकम में बढ़ोतरी होगी। काम में तरक्की और मान-सम्मान प्राप्त होगा। यदि आप कारोबारी हैं तो तगड़ा मुनाफा कमाने में सफल होंगे। भाई-बहनों से आपके संबंध मधुर होंगे।
 
3. तुला राशि: आपकी कुंडली के बारहवें और नौवें भाव के स्वामी बुध का गोचर दशम भाव में होगा। कार्यक्षेत्र में आप खूब तरक्की करेंगे। नौकरी है तो पदोन्नति के योग हैं। कारोबारी हैं तो यह समय फायदे वाला रहेगा। अच्छी कमाई के योग बनेंगे। घर परिवार में भी सुख और शांति बनी रहेगी।ALSO READ: शनि और मंगल का षडाष्टक योग, 3 राशियों को 50 दिनों तक रहना होगा सतर्क
 
तीन राशियों के लिए कर्क का बुध अशुभ: 
1. कर्क राशि: आपकी कुंडली तीसरे और बारहवें भाव के स्वामी बुध का आपके लग्न यानी प्रथज्ञ भाव में गोचर होगा। बुध शत्रु राशि में होगा इसलिए इस अवधि आपको सोच-समझकर आगे बढ़ने की जरूरत होगी। बोलते समय खास ध्यान रखें। इस समय आपकी वाणी से ही आपको परेशानी हो सकती है। वित्तीय मामलों में जोखिम लेने से बचें। कारोबारी हैं तो लेन देन में सावधानी रखें।
 
2. धनु राशि: आपकी कुंडली के सातवें और दसवें भाव के स्वामी का आठवें भाव में गोचर होगा। यह समय थोड़ा चुनौतीपूर्ण रहेगा। कामकाज में थोड़ी मेहनत ज्यादा करनी पड़ सकती है। जीवनसाथी की सेहत को लेकर थोड़ी सावधानी रखें। नौकरीपेशा है तो सहयोगियों से संबंध बनाकर रखें। घर परिवार में जिम्मेदारी से काम लें।
 
3. मीन राशि: आपकी कुंडली के चौथे और सातवें भाव के स्वामी बुध का पांचवें भाव में गोचर शुभ नहीं माना जा सकता है क्योंकि यह चंद्रमा की राशि में होगा, जो इसकी शत्रु राशि है। इस दौरान मानसिक बेचैनी बढ़ जाएगी। संतान को लेकर तनाव रह सकता है। यदि आप कोई योजना बना रहे हैं, तो उसमें बिलंब या अड़चनें आ सकती है। कारोबारी हैं तो कोई कदम सोच-समझकर विचार करने के बाद ही उठाएं। नौकरीपेशा हैं तो अपने काम पर ही फोकस रखें।

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