फिरोजा रत्न का उपयोग ज्योतिष के साथ ही आभूषण बनाने में भी होता है। यह रत्न गहरे आसमानी रंग का होता है। आओ जानते हैं कि यह रत्न किसे पहनना चाहिए और किसे नहीं।
किसे पहनना चाहिए और किसे नहीं :
1. फिरोजा रत्न को धारण करने के कोई नुकसान अभी तक नहीं जाने गए इसलिए इसे कोई भी पहन सकता है।
2. हालांकि यह माना जाता है कि यदि आपकी कुंडली में बृहस्पति पहले से ही बलवान है तो इसे पहनने की आवश्यकता नहीं है।
3. यह रत्न शराब पीने वालों को नहीं पहनना चाहिए क्योंकि इससे उस पर नकारात्मक असर हो सकता है।
4. जिसका भी बृहस्पति ग्रह कमजोर हो उसे यह रत्न पहनने से फायदा होगा।
5. जो व्यक्ति मानसिक रूप से खुद को कमजोर महसूस करता है उसे भी यह रत्न पहनना चाहिए।
6. यदि आपमें अहंकार या घमंड है तो भी यह रत्न आपको पहनना चाहिए।
7. वैवाहिक जीवन में सुख की चाह रखने वाले या विवाह में देरी से परेशान लोग इस रत्न को धारण कर सकते हैं। दांपत्य जीवन में सुख की इच्छा हेतु भी यह रत्न पहने सकते हैं।
8. यदि आप मानसिक शांति की तलाश में हैं तो यह रत्न धारण करना चाहिए। इस पत्थर की मदद से शारीरिक और मानसिक शांति प्राप्त होती है।
9. यदि आप मान सम्मान की चाहत रखते हैं तो यह रत्न धारण करें।
10. आपने आत्म विश्वास या विश्वास की कमी है तो भी यह रत्न धारण कर सकते हैं।
11. यह रत्न दुर्भाग्य को खत्म कर सौभाग्य प्रदान करता है और जीवन में सुख-समृद्धि बढ़ाता है।
12. यह रत्न आपको बुरी आत्माओं से भी बचाता है।
13. करियर में सफलता के लिए भी यह रत्न धारण करते हैं।
14. धनु राशि के लोगों के लिए फिरोज़ा रत्न उपयुक्त है।
15. कला के क्षेत्र में सक्रिय लोग जैसे अभिनेता, कलाकार, फिल्मकार लोगों सहित पेशे से आर्किटेक्चर भी यह रत्न पहन सकते हैं।
16. पेशे डॉक्टर और इंजीनियरों को भी यह रत्न पनने से लाभ मिल सकता है।
17. श्वास संबंधी समस्या, उच्च रक्तचाप और अवसाद से मुक्ति हेतु भी यह रत्न पहना जाता है।
अन्य बातें : कहते हैं कि यदि किसी व्यक्ति पर भविष्य में कोई मुसीबत या परेशानी आने वाली होती है तो यह रत्न अपना रंग बदल देता है। इस रत्न को बृहस्पति वार, शुक्रवार या शनिवार को धारण शुभ मुहूर्त में धारण कर सकते हैं।