गाय, स्वर्ण, चांदी, रत्न, विद्या, तिल, कन्या, हाथी, घोड़ा, शय्या, वस्त्र, भूमि, अन्न, दूध, छत्र तथा आवश्यक सामग्री सहित घर, इन 16 वस्तुओं के दान को महादान कहते हैं।
स्वर्ण दान के फायदे (Benefits of donating gold):
1. ऐसी मान्यता है कि धन के दान का फल एक ही जीवन भर मिलता है, जबकि स्वर्ण, भूमि और कन्या दान का फल सात जन्मों तक मिलता है।
3. यदि आपकी कुंडली में बृह्सपति ग्रह शुभ फल प्रदान नहीं कर रहा है तो धार्मिक पुस्तकें, सोने से बने उपहार, पीले वस्त्र, केसर आदि का दान करेंगे तो फायदा होगा। लेकिन अगर कुंडली में गुरु शुभ फलदाता के रूप में विराजमान हैं तो इन चीजों का दान करने गुरु के फलों में कमी आ सकती है। जिसकी वजह से धन की कमी, व्यापार या सरकारी सेवा में तरक्की में रुकावटें हो सकती हैं।
स्वर्ण दान के नुकसान (Disadvantages of donating gold):
1. जिनकी कुंडली में बृहस्पति शुभ हो या किसी भी प्रकार से पहले से ही अच्छा फल दे रहा हो तो आप यदि किसी को सोने के उपहार देंगे तो नुकसान उठाना पड़ सकता है।
2. सोने के देवता अग्नि, सूर्य और बृहस्पति है। यदि आपके स्वर्ण दान किया तो आपको इसका नुकसान उठाना पड़ सकता है। इससे धन की कमी, व्यापार या सरकारी सेवा में तरक्की में रुकावटें हो सकती हैं।