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(1) मंगल नेक | |
देवता |
हनुमानजी | |
गोत्र |
भारद्वाज | |
रंग | लाल |
जाति | ब्राह्मण |
वृक्ष | नीम |
स्वभाव |
क्रूर | |
दिन | मंगलवार |
मसनुई | सूर्य-बुध |
पशु | शेर |
शक्ति |
मात या मौत देना | |
पेशा |
युद्ध, सुरक्षा, प्रबंधन | |
पोशाक |
बंडी (छोटी जैकेट) | |
अंग |
जिगर, ऊपर का होंठ | |
नक्षत्र |
मृगशिरा, चित्रा, घनिष्ठा | |
धातु |
लाल पत्थर | |
गुण | हौसला, भाई, लड़ाई |
विशेषता | सोच-समझकर बात करने वाला |
बल वृद्धि | गुरु के साथ बलवान |
वाहन | आठ लाल घोड़े और आठ पहियों वाला मूँगा रत्न जड़ित स्वर्ण रथ |
अन्य नाम | भौम, महीसुत, भूमि सुत, कुराक्ष, आग्नेय, अंगारक, कुज एवं रुधिर |
राशि | प्रथम भाव और मेष व वृश्चिक राशि का स्वामी मंगल मकर में उच्च का और कर्क में नीच का माना गया है। इसके सूर्य, चंद्र और गुरु मित्र हैं। बुध और केतु शत्रु। शुक्र, शनि और राहु सम। |