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देवता | विष्णु |
गोत्र | कश्यप |
दिशा |
पूर्व | |
सारथी | अरुण |
वार | रविवार |
स्वभाव |
उग्र | |
वृक्ष | तेजफल का वृक्ष |
विशेषता | बहादुर राजा |
शक्ति | आग का भंडार |
वर्ण-जाति | लाल, क्षत्रिय |
वाहन | सात घोड़ों वाला स्वर्ण रथ |
गुण | आग, गुस्सा, विवेक,विद्या |
अंग | दिमाग समेत शरीर का दायाँ भाग |
राशि भ्रमण | प्रत्येक राशि में 30 दिन। |
नक्षत्र | कृतिका, उत्तरा फाल्गुनी, उत्तराषाढ़ा |
बल | सूर्य के साथ यदि शनि हो तो और शक्तिशाली |
भाव | पाँचवाँ |
बल |
सूर्य के साथ यदि शनि हो तो और शक्तिशाली | |
राशि |
सिंह राशि के स्वामी सूर्य के चंद्र, गुरु और मंगल मित्र हैं। शुक्र, राहु और शनि इसके शस्त्रु हैं। बुध और केतु मध्यम। मेष में उच्च और तुला में नीच के माने गए हैं। सूर्य बलवान होता है तो सभी तरह के अनिष्टों को नष्ट कर देता है। |