4. चौथे भाव में हो तो व्यक्ति लेखक, प्रवासी, योगी, आस्तिक, कामी, पर्यटनशील तथा विदेश प्रिय तथा महिलाओं के पीछे-पीछे घूमने वाला होता है।
11. ग्यारहवें भाव में हो तो जातक ऐश्वर्यवान, पिता के धन को बढ़ाने वाला, व्यापार में दक्षता लिए होता है।
12. बारहवें भाव में हो तो ऐसा जातक आलसी, कम खर्च करने वाला, दृष्ट स्वभाव वाला होता है। तथा लोभी-लालची भी होता है।