Budh grah ke shubh hone ke lakshan : बुध ग्रह से वाणी, नौकरी, व्यापार, प्रतिष्ठा, लोकप्रियता, लेखन, शिक्षा और बुद्धि के बारे में पता चलता है। यह खासकर वाणी और धन को देने वाला ग्रह है। यह मिथुन और कन्या राशि का स्वामी ग्रह है। बुध के सूर्य़, शुक्र और राहु मित्र, चंद्र शत्रु और मंगल, गुरु, शनि और केतु सम है। यह ग्रह कन्या राशि में उच्च का और मीन में नीच का होता है। 6 और 12 इसका पक्का घर है।
ईमानदारी छोड़ दे, तो शुभ प्रभाव छोड़ देता है।
सूंघने की शक्ति गजब की होती है।
व्यापार और नौकरी में किसी भी प्रकार की अड़चन नहीं आती है।
कैसे होता बुध खराब? :
गणेश और दुर्गा माता का अपमान करना।
बहन, बुआ और मौसी से संबंध खराब करना।
रात्रि के क्रियाकांड करना।
तम्बाकू, शराब का सेवन करना।
केतु और मंगल के साथ मंदा फल।
शत्रु ग्रहों से ग्रसित बुध का फल मंदा ही रहता है।
सूंघने की शक्ति क्षीण होना।
समय पूर्व ही दांतों का खराब होना।
मित्र से संबंधों का बिगड़ना।
वाणी खराब हो जाती है। तुतलाहट।
यह नौकरी या व्यापार में नुकसान दे सकता है।