-ज्योतिषाचार्य डॉ. प्रणयन एम. पाठक
ग्रह अपना शुभाशुभ प्रभाव गोचर एवं दशा, अंतरदशा व प्रत्यंतर दशा में देते हैं। जिस ग्रह की दशा के प्रभाव में हम होते हैं, उसकी स्थिति के अनुसार शुभाशुभ फल हमें मिलता है।
जब भी कोई ग्रह अपना शुभ या अशुभ फल प्रबल रूप में देने वाला होता है, तो वह कुछ संकेत पहले से ही देने लगता है। इनके उपाय करके बढ़ी समस्याओं से बचा जा सकता है। ऐसे ही कुछ पूर्व संकेतों का विवरण यहां दिया जा रहा है-
सूर्य के अशुभ होने के पूर्व संकेत-
सभी ग्रह अपना शुभाशुभ प्रभाव गोचर एवं दशा, अंतरदशा व प्रत्यंतर दशा में देते हैं। जिस ग्रह की दशा के प्रभाव में हम होते हैं, उसकी स्थिति के अनुसार शुभाशुभ फल हमें मिलता है। जब भी कोई ग्रह अपना शुभ या अशुभ फल प्रबल रूप में देने वाला होता है, तो वह कुछ संकेत पहले से ही देने लगता है। इनके उपाय करके बढ़ी समस्याओं से बचा जा सकता है। ऐसे ही कुछ पूर्व संकेतों का विवरण यहां दिया जा रहा है-