ग्रहों के अशुभ प्रभाव के उपाय

ग्रहों के अशुभ होने पर आम आदमी को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। ऐसे विभिन्न ग्रहों के अशुभ प्रभाव को कम करने के लिए उन ग्रहों से संबंधित वस्तुओं का दान करना चाहिए, क्योंकि दान से पाप का नाश होता है। किस ग्रह के लिए कौन-सी वस्तु का दान करना चाहिए, वह जानकारी इस प्रकार है-

सूर्य : सूर्य के अशुभ होने की स्थिति में उसके पाप प्रभाव को कम करने के लिए सामर्थ्य के अनुसार स्वर्ण, ताम्र, माणिक्य, गेहूँ, घी, गुड़, लाल वस्त्र, लाल चंदन आदि को रविवार को सूर्योदय के समय अधेड़ आयु के व्यक्ति को दान करने से सूर्य की शांति हो जाती है।

चन्द्रमा : सोमवार को किसी वैश्य स्त्री को चन्द्र ग्रह की शांति के लिए अपनी शक्ति, सामर्र्थ्य के अनुरूप मोती, सीप, दूध, दही, चावल, सफेद फूल, सफेद चंदन, कपूर, सफेद बेल, सीपी, चाँदी, घोड़ी, श्वेत वस्त्र आदि का दान करने से लाभ होता है।

मंगल : मंगलवार को किसी ब्रह्मचारी को दोपहर के समय अपनी शक्ति के अनुसार सोना, तांबा, गुड़, लाल कपड़ा, लाल बेल, कस्तूरी, मसूर, लाल चंदन, रेवड़ियों का दान से मंगल ग्रह का बुरा प्रभाव समाप्त हो जाता है।

बुध : बुध ग्रह के अशुभ प्रभाव को नष्ट करने के लिए अपनी शक्ति व सामर्थ्य के अनुसार दोपहर के समय किसी छात्र को साबुन, हरे मूग, पन्ना, हरा कद्दू (भूरा कोला), बकरी, हरा कपड़ा, हाथी दाँत, खांड, सौंफ, हरे रंग की सभी वस्तुओं का दान करना चाहिए।

गुरु : गुरुवार को किसी ब्राह्मण को पुखराज, केसर, चने की दाल, हल्दी, शकर, घोड़ा, पीला पुष्प, गुड़, पीत वस्त्र, पुस्तक आदि का दान गुरु ग्रह के अशुभ प्रभाव को दूर करने के लिए करना चाहिए।

शुक्र : शुक्रवार को किसी युवा स्त्री को रेशमी सफेद वस्त्र, घी, मलाई, सफेद चंदन, सफेद फूल, दही, शकर, सुगंधित द्रव्य, गोचरी, चांदी, श्वेत अश्व अपनी शक्ति-सामर्थ्य के अनुसार दान करना चाहिए।

शनि : शनिवार के दिन किसी बूढ़े या निर्धन व्यक्ति को नीलम, लोहा, फौलाद, चमड़ा, पत्थर, कोयला, अंगीठी, चिमटा, तवा, भैंस, तेल, सरसों, शराब, काले तिल, काला वस्त्र, जूते आदि को अपनी सामर्थ्य व शक्ति के अनुसार दान करने से लाभ होता है।

राहु : अपनी शक्ति के अनुसार संध्या को काले-नीले फूल, गोमेद, नारियल, मूली, सरसों, नीलम, कोयले, खोटे सिक्के, नीला वस्त्र किसी कोढ़ी को दान में देना चाहिए।

केतु : किसी युवा व्यक्ति को केतु कपिला गाय, दुरंगा, कंबल, लहसुनिया, लोहा, तिल, तेल, सप्तधान्य शस्त्र, बकरा, नारियल, उड़द आदि का दान करने से केतु ग्रह की शांति होती है।

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