भगवान गणेश की अपने भक्तों पर असीम कृपा है। उन्होंने हम पर बड़ा उपकार किया है, जो हम कभी भुला नहीं सकते। भगवान गणेश हम पर प्रसन्न कैसे हों, इसका उपाय अत्यंत सुगम है। इनका ध्यान इस प्रकार करें-
अपने दो हाथों में इक्षुदण्ड धारण किए हुए तथा दो हाथों में पाश एवं अंकुश धारण किए हुए। एक हाथ में कमल धारण किए हुए श्यामांगी को बगल में बैठाए हुए त्रिनेत्र रक्त वर्ण वाले गणपति का मैं ध्यान करता हूं।
मंत्र :
ॐ ह्रीं गं ह्रीं वशमानय स्वाहा।।
विनियोग :
ॐ अस्य श्री हस्तिमुख गणेश मंत्रस्य श्री गणक ऋषि: गायत्री छंद:। श्री हस्तिमुख गणपति देवता ममाभीष्ट सिद्धयर्थे विनियोग:।