हर कोई चाहता है कि वो ऐसा जीवन जिए जो कष्ट, क्लेश, दुर्घटना से मुक्त होकर, धन-धान्य, सुख-शांति से भरपूर हो। ऐसे जीवन के लिए जरूरी है कि व्यक्ति सदाचारी जीवन का पालन करें। सनातन धर्म में ऐसी सुखी-समृद्ध जीवन के लिए बताया गया है कि मनुष्य को चाहिए कि वो-
* काला तिल दान करें, कर्म ठीक रखे।
* घर में बड़ों के आशीर्वाद लेने से, उनकी सेवा करने से संतान सुख की प्राप्ति होगी।
* पितरों का श्राद्ध करें। प्रत्येक अमावस्या को पितरों के निमित्त मंदिर में दान करें। गाय और कुत्ता पालें, ना पाल सके तो बाहर ही उसकी सेवा करें। यदि संतान बाधा हो तो कुत्तों को रोटी खिलाने से फायदा होता है।