गणेश प्रतिमा धातु की हो या शुद्ध मिट्टी की। अलग-अलग काष्ठ की प्रतिमा भी बनती है, जो तंत्र से संबंधित है। उनकी पूजा ही फलदायी होती है। प्रतिमा पर यदि रंग हो तो वे भी प्राकृतिक होना चाहिए, न कि रासायनिक।
ध्यान करें- आवाहन, आसन, पाद-प्रक्षालन, अर्घ्य, आचमन, स्नान, पंचामृत स्नान, शुद्धोदक जल स्नान, वस्त्र, उपवस्त्र, यज्ञोपवीत, सिन्दूर, चंदन, इत्र, कुंकु, हरिद्रा, अभ्रक-अबीर, गुलाल इत्यादि। धूप, दीप, नेवैद्य, ताम्बूल दक्षिणा, आरती, पुष्पांजलि, प्रदक्षिणा इत्यादि समर्पित कर जप करें।
5. 'ॐ ह्रीं विरि विरिगणपति वर वरद सर्व लोकं में वशमानय स्वाहा।'
6. 'ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं ग्लौं गं गणपतये वर वरद सर्वजनं मे वशमानय स्वाहा।'
7. 'ॐ नमो हेरम्ब मद मोहित मम् संकटान निवारय-निवारय स्वाहा।'
8. 'ॐ श्रीं गं सौम्याय गणपतये वर वरद सर्वजनं में वशमानय स्वाहा'।