होली का दिन और होली की रात दोनों तंत्र क्रिया के लिए जानी जाती है। आइए जानते हैं हर समस्या निवारण के विशेष टोटके...
1. असाध्य रोग से पीड़ित व्यक्ति के लिए जौ का आटा सवा पाव तथा 2 चम्मच काले तिल (रंगे हुए नहीं हों) तथा 2 चम्मच सरसों का तेल मिलाकर 1 रोट बनाएं। रात्रि 12 बजे रोगी पर से 7 बार उतारकर चौराहे पर रख आएं। पीछे मुड़कर न देखें। रोगी तथा उतारा करने वाला इस वक्त मौन रहे।
2. यदि आपका वाहन बार-बार दुर्घटनाग्रस्त होता हो तो काले कपड़े में 1 मुट्ठी काला तिल, 1 मुट्ठी काली उड़द, 1 सुपारी (पूजा वाली) सभी सामान सिन्दूर से चर्चित कर पोटली बनाकर वाहन के आगे बांधकर लटका दें।
3. काले घोड़े की नाल का छल्ला या कड़ा पहनने से पथरी, लकवा आदि में फायदा होगा। यदि इसे बार-बार गर्म लाल कर सरसों के तेल में ठंडा किया जाए तो शनि के दुष्प्रभाव से मुक्ति मिलेगी। यदि इसको शनि मंत्र से मंत्रित कर सिद्ध कुंजिका स्तोत्र से 51 बार मंत्रित कर धारण किया जाए तो तीव्र दारिद्रय योग भी निपट जाएगा।
4. होली पर आक का पौधा तथा काला धतूरा दरवाजे के बाहर लगाकर नित्य घी का दीपक लगाएं। सर्व बाधा दूर होकर रक्षा होगी।
5. यदि शत्रु बाधा से जीना दुश्वार हो तो 108 तुलसी पत्र पर 'राम-राम' लिखकर तथा 108 लौंग की 1 माला तथा 1 माला अर्क पुष्पों की बनाकर हनुमानजी को चढ़ाएं तथा 11 पाठ बजरंग बाण के करें। पूर्ण शुद्धि आवश्यक है।
6. यदि शत्रु कोई विशेष हो तो श्री बगलामुखी प्राण-प्रतिष्ठा यंत्र का सरसों के तेल से अभिषेक कर तेल अलग रखें, पश्चात दूध से अभिषेक करें। सरसों का तेल लेकर रात्रि में लंबी बत्ती वाला दीपक शत्रु के रहने की दिशा की ओर रखकर जला दें। यदि शत्रु अज्ञात हों तो बड़ा चौमुखा दीपक बनाकर जला दें। दीपक बुझते ही शत्रु निवारण होगा।
7. घर में समस्याओं का अंत न हो रहा हो तो होली की सुबह फिटकरी व समुद्री नमक बराबर-बराबर लेकर देशी गाय का गौमूत्र मिलाकर घर में छिड़कें। यदि घर के बाहर खुली जगह हो तो वहां भी पानी मिलाकर छिड़कें तथा पूरे घर में शुद्ध गुग्गल की धूप दें।
8. समस्या निवारण के लिए 11 गोमती चक्र घर पर से उतारकर समस्या बोलते हुए जलती होली में डाल दें। इति:।