- पं. उमेश दीक्षित
ऐश्वर्यपूर्ण जीवन जीना तथा उसका उपयोग करना हर मनुष्य की प्राथमिकता है। वर्तमान युग में लक्ष्मी प्राप्ति मनुष्य का सर्वप्रथम उद्देश्य रहा है, क्योंकि धन के बगैर कुछ भी संभव नहीं है। लक्ष्मी होना सौभाग्य और शक्ति का सूचक है। अभाव में जीना श्रेष्ठता नहीं है।
येषां सदाभ्युदयदा भगवती प्रसन्ना।।
श्री दुर्गा सप्तशती से इन सम्पुट मंत्रों में से कोई एक का अनुष्ठान करें या करवाएं। कठिन हो तो सिर्फ मंत्र की 11 या 21 माला रोज करें। यह भी कठिन लगे तो नित्य एक माला का जाप करें। हवन-पूजन नित्य करें। निश्चित लाभ होगा।