मौनी अमावस्या : जानें स्नान-दान और मौन रखने का महत्व, पढ़ें ये मंत्र

क्यों रखे मौन, क्या करें दान और पढ़ें कौन-सा मंत्र जानिए 
 

 
हिन्दू धर्मग्रंथों में माघ मास को बेहद पवित्र माना जाता है। ग्रंथों में ऐसा उल्लेख है कि इसी दिन से द्वापर युग का शुभारंभ हुआ था। वर्ष 2017 की पहली अमावस्या इस बार शुक्रवार, 27 जनवरी को मनाई जा रही है।

यह अमावस्या दुख-दारिद्र्य दूर करने तथा और सभी को सफलता दिलाने वाली मानी गई है। इस दिन पवित्र नदियों में स्नान से विशेष पुण्यलाभ प्राप्त होता है। आइए जानते हैं मौनी अमावस्या के दिन क्या करें दान, पढ़ें कौन-सा मंत्र

मौनी अमावस्या पर करें पवित्र नदियों में स्नान, मिलेगी पापों से मुक्ति...
 
क्यों करें स्नान :- 
 
शास्त्रों में ऐसा वर्णित है कि दिन नर्मदा, गंगा, सिंधु, कावेरी सहित अन्य पवित्र नदियों में स्नान, दान, जप, अनुष्ठान करने से कई दोषों का निवारण होता है। इस दिन ब्रह्मदेव और गायत्री का भी पूजन विशेष फलदायी होता है। 
 
इस दिन मौन व्रत धारण करने और बताए गए मंत्रों के जप से विशेष लाभ की प्राप्ति होती है। 

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किस मंत्र का करें जाप :- 
 
अमावस्या के दिन इस मंत्र के जप से जातकगणों को विशेष उपलब्धि प्राप्त होगी। साथ ही स्नान दान का पूर्ण पुण्य मिलेगा।
 
* ।।अयोध्या, मथुरा, माया, काशी कांचीर् अवन्तिका, पुरी, द्वारावतीश्चैव: सप्तैता मोक्षदायिका।।
 
* ।।गंगे च यमुनेश्चैव गोदावरी, सरस्वती, नर्मदा, सिंधु, कावेरी जलेस्मिनेसंनिधि कुरू।।
 
क्यों रखें मौन, पढ़ें महत्व :- 
 
मौनी अमावस्या के दिन मौन धारण करने का भी प्रचलन सनातन से चला आ रहा है। यह काल, एक दिन, एक मास, एक वर्ष या आजीवन भी हो सकता है। ज्योतिषियों के अनुसार इस दिन मौन धारण करने से विशेष ऊर्जा की प्राप्ति होती है। 

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क्या करें दान :- 
 
मौनी अमावस्या के दिन तेल, तिल, सूखी लकड़ी, कंबल, गरम वस्त्र, काले कपड़े, जूते दान करने का विशेष महत्व है। वहीं जिन जातकों की कुंडली में चंद्रमा नीच का है, उन्हें दूध, चावल, खीर, मिश्री, बताशा दान करने में विशेष फल की प्राप्ति होगी।

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