प्रतिदिन सुबह स्नान इत्यादि से निवृत्त होने के बाद मंत्र जप आरंभ करें।
अपने सामने मां सरस्वती का यंत्र या चित्र स्थापित करें।
अब चित्र या यंत्र के ऊपर श्वेत चंदन, श्वेत पुष्प व अक्षत (चावल) भेंट करें और धूप-दीप जलाकर देवी की पूजा करें और अपनी मनोकामना का मन में स्मरण करके स्फटिक की माला से किसी भी सरस्वती मंत्र की शांत मन से 1 माला फेरें।
* सरस्वती मूल मंत्र :
ॐ ऐं सरस्वत्यै ऐं नम:।
* सरस्वती मंत्र :
ॐ ऐं ह्रीं क्लीं महासरस्वती देव्यै नम:।
* सरस्वती-गायत्री मंत्र :
ॐ सरस्वत्यै विधमहे, ब्रह्मपुत्रयै धीमहि। तन्नो देवी प्रचोद्यात।
ॐ वाग देव्यै विधमहे काम राज्या धीमहि। तन्नो सरस्वती: प्रचोदयात।